डायलिसिस के दौरान असामयिक मौत के खतरे से बचाती हैं खाने की ये साधारण चीजें
By भाषा | Published: February 2, 2019 05:27 PM2019-02-02T17:27:12+5:302019-02-02T17:27:12+5:30
गुर्दा खराब होने के बाद रक्त की शुद्धि के लिए हेमोडायलिसिस की जाती है। इससे शरीर से गंदा रक्त बाहर निकाला जाता है और साफ रक्त को शरीर के अन्दर पहुंचाया जाता है। मगर यह इलाज इतना आसान नहीं होता है।
ज्यादा मात्रा में फल और सब्जियां खाने से हेमोडायलिसिस से गुजर रहे मरीजों में असामयिक मौत का खतरा कम होता है। एक अध्ययन में यह दावा किया गया है।
गुर्दा खराब होने के बाद रक्त की शुद्धि के लिए हेमोडायलिसिस की जाती है। इससे शरीर से गंदा रक्त बाहर निकाला जाता है और साफ रक्त को शरीर के अन्दर पहुंचाया जाता है। मगर यह इलाज इतना आसान नहीं होता है।
डायलिसिस के संबंध में यह अध्ययन ‘क्लिनिकल जर्नल ऑफ द अमेरिकन सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलॉजी (सीजेएएसएन) में प्रकाशित हुआ है। इसमें बताया गया है कि जिन मरीजों का गुर्दा खराब हो चुका होता है उन्हें खान-पान की सलाह देने के लिये भी अधिक अध्ययन करने की जरूरत है।
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अध्ययन में कहा गया है कि ज्यादा मात्रा में फल और सब्जियों का सेवन आम लोगों में हृदय संबंधी बीमारी के खतरे को कम करने और मृत्य दर कम होने से जुड़ा है लेकिन जिन मरीजों के गुर्दे खराब हो चुके हैं, उन्हें हेमोडायलिसिस के दौरान इस तरह के खान-पान से से दूर रहने की सलाह दी जाती है। इसके पीछे की वजह से पोटाशियम का बनना है।