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दिल्ली: डेंगू फैला रहा है तेजी से पैर, पिछले हफ्ते डेंगू के 105 नये मामले सामने आये

By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: August 7, 2023 15:28 IST

देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर से डेंगू महामारी का प्रकोप फैलता जा रहा है। पिछले हफ्ते डेंगू के 105 नये मामले सामने आये हैं।

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ठळक मुद्देदिल्ली में एक बार फिर से फैलता जा रहा है डेंगू महामारी का प्रकोप पिछले हफ्ते डेंगू के 105 नये मामले सामने आये हैं, वहीं कुल मामलों की संख्या 348 हैडॉक्टरों का कहना है कि डेंगू से बचाव ही सबसे कारगर उपाय है

नयी दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर से डेंगू महामारी का प्रकोप फैलता जा रहा है। इस संबंध में दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की ओर से सोमवार को जारी किये गये रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली में आयी बाढ़ के बाद से लगातार डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और गुजरे हफ्ते डेंगू के कुल 105 नए मामले दर्ज किये गये। 

समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार अस हफ्ते में सामने आये 105 नये केस को मिलाकर इस साल में अब तक डेंगू के कुल 348 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं इस हफ्ते के 105 मरीजों के आंकड़े को छोड़ दें तो उससे पहले के दो साप्ताह में क्रमशः 56 और 24 मामले दर्ज किए गए थे।

1 जनवरी से 5 अगस्त 2023 के बीच रिपोर्ट किए गए 348 डेंगू मामलों के क्षेत्रीय वितरण को देखें तो पता चलता है कि एमसीडी क्षेत्र में 191, एनसीएमसी क्षेत्र में 32, दिल्ली छावनी में 19 और रेलवे इलाके में 6 केस सामने आये हैं। जबकि 110 मामले जांच के बाद भी सामने नहीं आए।

एमसीडी क्षेत्राधिकार वाले क्षेत्रों में सबसे ज्यादा मामले पश्चिमी क्षेत्र, दक्षिणी क्षेत्र और नजफगढ़ इलाकों में मिले हैं। ये तो इस साल की स्थिति है, वहीं साल 2021 में दिल्ली में डेंगू की स्थिति पर बात करें तो कुल 9,613 मामले दर्ज किये थे और डेंगू के कारण 23 मौतें दर्ज की गई थी। उससे पूर्व साल 2015 में डेंगू ने भयानक कहर बरपाया था और 15,867 मामले सामने आये थे, जबकि 60 मौतें हुई थीं।

इतने खराब हालात के बाद दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू वायरस की जीनोम सीक्वेंसिंग की थी और पाया कि 20 में से 19 नमूने टाइप 2 डेंगू के थे, जो कि सबसे अधिक खतरनाक माना जाता है।

डॉक्टरों का कहना है कि डेंगू मामलों में रोकथाम ही एकमात्र बेहतर विकल्प है। होली फैमिली अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉक्टर सुमित रे ने कहा कि स्वास्थ्यकर्मी केवल डेंगू रोगसूचक उपचार पर ध्यान देते हैं। 

उन्होंने कहा, “रोगी के खून में प्लेटलेट्स कम होने के अलावा रोगी कोशिका रिसाव सिंड्रोम का कारण सदमे का शिकार हो सकता है। आमतौर पर डेंगू के मामलों में सितंबर-अक्टूबर में वृद्धि देखी जाती है, लेकिन भारी बारिश के कारण शहर में जलभराव और बाढ़ के कारण मच्छरजनित स्थितियों में वृद्धि हो सकती है।”

डॉक्टर रे ने कहा कि डेंगू के रोकथाम का एक ही असरकारक उपाय है बचाव। प्रारंभिक स्तर पर निवारक कदमों के जरिये डेंगू जैसी बीमारियों को नियंत्रित किया जा सकता है। 

जानकारी के अनुसार डेंगू के बढ़ते केस को देखते हुए दिल्ली सरकार ने पिछले सप्ताह सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू रोगियों के लिए 5 फीसदी बिस्तर आरक्षित करने का निर्णय लिया था। इसके अलावा दिल्ली स्वास्थ्य मंत्रालय ने अस्पतालों से अलग से डेंगू वार्ड बनाने के लिए भी कहा है।

डेंगू के प्रसार को रोकने की दिशा में दिल्ली सरकार ने अनियंत्रित मच्छर प्रजनन के लिए लगाये जाने वाले जुर्माने राशि को बढ़ा दिया है। यह जुर्माना अब घरों के लिए 1 हजार रुपये और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के लिए 5 हजार रुपये कर दिया है।

टॅग्स :डेंगू डाइटदिल्लीHealth Department
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