COVID-19 symptoms in the feet: पैरों में दिख सकते हैं कोरोना के 3 लक्षण, समझें और जांच कराएं

By उस्मान | Published: June 7, 2021 04:10 PM2021-06-07T16:10:17+5:302021-06-07T16:20:19+5:30

कोरोना के लक्षण तेजी से बदल रहे हैं और अब यह पूरे शरीर को प्रभावित कर रहा है

COVID-19 symptoms in the feet: 3 severs symptoms of coronavirus you can find in the feet | COVID-19 symptoms in the feet: पैरों में दिख सकते हैं कोरोना के 3 लक्षण, समझें और जांच कराएं

कोरोना के लक्षण

Highlightsकोरोना के लक्षण तेजी से बदल रहे हैं और अब यह पूरे शरीर को प्रभावित कर रहा हैकिसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करेंसही समय पर जांच कराएं और कोरोना से बचें

कोरोना वायरस से केवल बुखार, खांसी, जुकाम या सांस की बीमारी नहीं होती है बल्कि यह शरीर के विभिन्न हिस्सों को प्रभावित करके कई लक्षण पैदा कर सकता है। कोरोना अब सीधे रूप से त्वचा को प्रभावित कर रहा है। यही वजह है कि बहुत से मरीजों में त्वचा से जुड़े लक्षण भी नजर आ रहे हैं। 

हाल ही में कोरोना रोगियों के बीच ऐसे कई मामले देखे गए हैं, जो त्वचा में के घाव, रैशेष या धब्बे बनने जैसे लक्षणों से पीड़ित थे। हाल ही में जिमेनेज-सेब्रियन एट अल द्वारा जर्नल ऑफ क्लिनिकल मेडिसिन में अपलोड किए गए एक समीक्षा पत्र के अनुसार, कोरोना के बहुत से मरीजों में त्वचा से जुड़े लक्षण पाए गए हैं।

पैरों में बैंगनी रंग के नोड
न्यूज मेडिकल नेट के अनुसार, कोरोना वाले युवा वयस्कों और बच्चों में अक्सर लाल बैंगनी रंग के नोड देखे गए हैं। खासकर डायबिटीज के रोगियों में त्वचा संबंधी जटिलताएं अधिक सामान्य और गंभीर पाई गई हैं। इनमें से 66.7% त्वचा के घाव धड़ पर स्थित हैं जबकि 19.4% हाथों और पैरों पर मौजूद हैं।

कावासाकी रोग
बच्चों में कोरोना वायरस का एक बड़ा लक्षण कावासाकी रोग पाया गया है। कावासाकी एक असामान्य रोग है जो मुख्यतः 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों को प्रभावित करता है। इस रोग पीड़ित व्यक्ति के शरीर में रक्त वाहिकाओं में सूजन हो जाती है।

इसके लक्षणों में अक्सर दाने, सूखे और फटे होंठ, और लाल उंगलियां या पैर की उंगलियां होती हैं। शिशुओं में एक्ससेर्बेटेड मल्टीसिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम और निचले अंगों और पैरों में सूजन भी देखी जाती है।

पैरों के न्यूरोलॉजिकल लक्षण
कोरोना रोगियों में निचले अंगों और पैरों में कुछ न्यूरोलॉजिकल लक्षण भी देखे गए हैं, विशेष रूप से 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम होता है।

महामारी से पहले, गुइलेन-बैरे सिंड्रोम से पीड़ित लोगों की औसत आयु 40 थी। इस स्थिति के लक्षणों में मांसपेशियों की कमजोरी शामिल है। यह बुजुर्गों में अधिक होता है लेकिन अब दुर्भाग्य से कोरोना से पीड़ितों में यह देखा जा रहा है।

भारत में कोविड-19 के 1,00,636 नए मामले

भारत में कोविड-19 के 1,00,636 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,89,09,975 हो गई। वहीं उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 14,01,609 हो गई है।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 2,427 और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 3,49,186 हो गई। पिछले 45 दिन में संक्रमण से मौत के ये सबसे कम मामले सामने आए हैं। इससे पहले छह अप्रैल को 24 घंटे में संक्रमण के 96,982 नए मामले सामने आए थे।

आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 36,63,34,111 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 15,87,589 नमूनों की जांच रविवार को की गई। नमूनों के संक्रमित आने की दर 6.34 प्रतिशत है। पिछले 14 दिन से संक्रमण की दैनिक दर 10 प्रतिशत से कम बनी है। वहीं, संक्रमण की साप्ताहिक दर भी कम होकर 6.21 प्रतिशत हो गई है।

मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी 14,01,609 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 4.85 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मामलों में कुल 76,190 की गिरावट आई है। संक्रमण मुक्त हुए लोगों की संख्या लगातार 25वें दिन संक्रमण के नए मामलों से अधिक रही।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ) 

Web Title: COVID-19 symptoms in the feet: 3 severs symptoms of coronavirus you can find in the feet

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