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Coronavirus Tips: महिलाओं से ज्यादा पुरुषों को मार रहा है कोरोना वायरस, यह हैं 6 बड़े कारण, ऐसे करें बचाव

By उस्मान | Updated: April 22, 2020 14:25 IST

Coronavirus prevention tips in Hindi: क्या कोरोना वायरस का जीन, हार्मोन, इम्यून सिस्टम और बिहेवियर पर अलग-अलग तरह से प्रभाव पड़ता है?

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कोरोना वायरस की वजह से चीन, इटली, संयुक्त राज्य अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया सहित पूरी दुनिया में महिलाओं की तुलना में पुरुषों की मौत ज्यादा हो रही है। सवाल यह है कि ऐसा क्यों हो रहा है? क्या कोरोना वायरस का जीन, हार्मोन, इम्यून सिस्टम और बिहेवियर पर अलग-अलग तरह से प्रभाव पड़ता है क्या? चलिए जानते हैं इस रिपोर्ट में। 

कोरोना वायरस ने दुनियाभर में भारी तबाही मचा रखी है. इस खतरनाक वायरस की चपेट में अब तक करीब 25 लाख 50 हजार लोग संक्रमित हो चुके हैं और 1.5 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। अगर बात करें भारत की तो यहां 20 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके जैन और करीब 645 लोगों की मौत हुई है हालांकि एक राहत की बात यह है कि लगभग 4 हजार लोग सही होकर अपने घर भी गए हैं। 

उम्रमममिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, इसका एक बड़ा कारण उम्र बताया जा रहा है। कई अध्ययन में यह दावा किया जा चुका है कि महिलाएं भी पुरुषों की तुलना में औसतन छह साल अधिक जीवित रहती हैं, इसलिए कमजोर आबादी में पुरुषों की तुलना में अधिक बुजुर्ग महिलाएं हैं।

पुरानी बीमारियां अन्य प्रमुख कारक पुरानी बीमारियां जैसे हृदय रोग, मधुमेह और कैंसर है। ये सभी महिलाओं की तुलना में पुरुषों में अधिक आम हैं, जो इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। अब सवाल यह है कि पुरुषों को इन बीमारियों की अधिक संभावना क्यों है? 

स्मोकिंग की लतएक आशंका यह भी है कि इसकी एक वजह महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में लंबे समय तक धूम्रपान की आदत हो सकती है। चीन में दुनिया में धूम्रपान करने वालों की सबसे बड़ी आबादी है। दुनिया के धूम्रपान करने वालों में से लगभग एक तिहाई लोग चीन में हैं। लेकिन पुरुषों के के मुकाबले सिर्फ 2 प्रतिशत चीनी महिलाएं धूम्रपान करती हैं। 

हार्मोन में अंतर वैज्ञानिकों का कहना है कि कुछ जैविक कारक भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं जिसमें महिला सेक्स हार्मोन एस्ट्रोजन भी शामिल है, जो प्रतिरक्षा में बड़ी भूमिका निभाता है। यह तथ्य कि महिलाओं में दो एक्स गुणसूत्र होते हैं, जिसमें प्रतिरक्षा संबंधी जीन होते हैं। जाहिर है पुरुषों में केवल एक गुणसूत्र होता है।

डायबिटीज और ब्लड प्रेशर चीन के पुरुषों में महिलाओं की तुलना में टाइप 2 डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के मामले अधिक हैं। यह दोनों कारक कोरोनो वायरस की जटिलताओं के जोखिम को बढ़ाते हैं। चीन में पुरुषों में पुरानी फेफड़े की बीमारी की दर महिलाओं की तुलना में लगभग दोगुनी है।

यौन संबंध वैज्ञानिकों का कहना है कि वर्तमान महामारी में पुरुषों के खिलाफ कई कारक काम कर सकते हैं। इनमें कुछ ऐसे हैं जो जैविक हैं और कुछ जो जीवनशैली से जुड़े हैं। वैज्ञानिक मानते हैं कि यौन संबंध बनाने की वजह से अधिक पुरुषों का इम्यून सिस्टम वायरस के खिलाफ बेहतर तरीके से रेस्पोंस नहीं कर पाता है।

जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की वैज्ञानिक सबरा क्लेन के अनुसार, यह एक ऐसा पैटर्न है जिसे हमने श्वसन पथ के कई वायरल संक्रमणों के साथ देखा है। इस मामले में पुरुषों के परिणाम खराब हो सकते हैं। हमने यह अंतर अन्य वायरस के साथ भी देखा है। उन्होंने कहा कि महिलाएं उनसे बेहतर तरीके से लड़ती हैं। टीकाकरण के बाद महिलाओं का इम्यून रेस्पोंस बेहतर रहता है और उनका इम्युनिटी सिस्टम मजबूत बनता है।  

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