Covid-19: चीन की मशहूर वायरोलॉजिस्ट का दावा, मानव निर्मित है कोरोना वायरस, वुहान की सरकारी लैब में हुआ विकसित

By उस्मान | Updated: September 23, 2020 12:19 IST2020-09-23T12:19:03+5:302020-09-23T12:19:03+5:30

यह दावा चीन की मशहूर वायरोलॉजिस्ट डॉक्टर ली-मेंग यान (Dr Li-Meng Yan) ने किया है

Chinese virologist Dr Li-Meng Yan claim, COVID-19 virus was developed in a government laboratory in Wuhan and WHO is very much part of the cover-up | Covid-19: चीन की मशहूर वायरोलॉजिस्ट का दावा, मानव निर्मित है कोरोना वायरस, वुहान की सरकारी लैब में हुआ विकसित

चीन की मशहूर वायरोलॉजिस्ट डॉक्टर ली-मेंग यान

Highlightsयान ने दावा किया डब्ल्यूएचओ को थी इस कवर-अप के बारे में जानकारी कोविड-19 के प्रसार के बारे में जानती थी चीनी सरकारचीन ने इस मामले को दबाने के लिए कवर-अप ऑपरेशन भी चलाया

कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। चीन से निकले इस खतरनाक वायरस से देश में 5,640,496 लोग संक्रमित हो गए हैं और 90,021 लोगों की मौत हो गई है। इस बीच चीन की मशहूर वायरोलॉजिस्ट डॉक्टर ली-मेंग यान (Dr Li-Meng Yan) ने दावा किया है कि कोविड-19 वायरस वुहान शहर स्थित एक सरकारी प्रयोगशाला में विकसित किया गया था। 

कोविड-19 के प्रसार के बारे में जानती थी चीनी सरकार

मनीकंट्रोल के अनुसार, WION को दिए एक इंटरव्यू में ली-मेंग यान ने यह भी कहा कि चीनी सरकार को कोविड-19 के प्रसार के बारे में पता था।

डब्ल्यूएचओ को थी कवर-अप की जानकारी

वुहान वही शहर है, जहां कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था। ली-मेंग यान ने दावा किया है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को भी इस कवर-अप के बारे में जानकारी थी।

वुहान में कोरोना के प्रारंभिक प्रकोप के दौरान वायरस की उत्पत्ति की जांच करने वाली ली-मेंग यान ने कहा कि चीनी सरकार को घातक वायरस के प्रसार के बारे में पता था।

उन्होंने बताया कि वुहान में इसके शुरुआती मामले सामने आने के बाद उन्‍होंने इस वायरस की उत्‍पत्ति के संबंध में शुरुआती जांच की थी। उसमें पता चला कि चीन ने वुहान में इस मामले को दबाने के लिए कवर-अप ऑपरेशन भी चलाया और जनता में जानकारी से पहले ही इसके प्रसार के बारे में चीनी सरकार बखूबी जानती थी। 

जल्द पेश होंगे सबूत

इस सबूत के बारे में बोलते हुए कि वायरस मानव निर्मित है डॉ ली ने कहा, 'जीनोम अनुक्रम मानव फिंगरप्रिंट की तरह है। इसके आधार पर आप इन चीजों को पहचान सकते हैं। मैं इस सबूत को लोगों को यह बताने के लिए इस्तेमाल करूंगी कि यह चीन में लैब से आया है और वे इसे क्यों बनाया गया है।

उन्होंने कहा कि एक बार जब सबूत जारी हो जाएगा तो सभी के लिए सुलभ होगा। कोई भी व्यक्ति जिसे जीव विज्ञान का कोई ज्ञान नहीं है, वो भी इसे पढ़ सकेगा और खुद को देख और पहचान और सत्यापित कर पाएगा। 

दुनियाभर में कोरोना के मामले 3 करोड़ पार

कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। चीन से निकले इस खतरनाक वायरस से दुनियाभर में 31,787,858 लोग संक्रमित हो गए हैं और 975,550 लोगों की मौत हो गई है।

भारत में संक्रमण के मामले बढ़कर 56,46,010 हुए

भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में 83,347 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमित लोगों की कुल संख्या 56 लाख से अधिक हो गई, जिनमें से 45 लाख से अधिक लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में मरीजों के ठीक होने की दर 81.25 प्रतिशत हो गई है। 

आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 83,347 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 56,46,010 हो गए। वहीं, 1,085 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 90,020 हो गई। 

देश में अब तक 45,87,613 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं। आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी 9,68,377 मरीजों का कोरोना वायरस का इलाज जारी है, जो कुल मामलों का 17.15 प्रतिशत है। 

Web Title: Chinese virologist Dr Li-Meng Yan claim, COVID-19 virus was developed in a government laboratory in Wuhan and WHO is very much part of the cover-up

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