नसों के दर्द, आंत के कीड़े, सूजन, खांसी, बुखार जैसे 10 रोगों से राहत दिल सकता है 'रात की रानी' का पौधा, जानें इस्तेमाल का तरीका
By उस्मान | Updated: November 2, 2021 11:19 IST2021-11-02T11:19:28+5:302021-11-02T11:19:28+5:30
ठंड के मौसम में इस पौधे पर फूल आना शुरू हो जाते हैं, यह फूल सेहत के लिए कई तरीके से फायदेमंद हैं

रात की रानी पौधे के फायदे
पेड़-पौधों और जड़ी बूटियों के सेहत के लिए अनगिनत फायदे हैं। ऐसा ही एक पौधा है 'रात की चमेली', जिसे रात की रानी भी कहा जाता है। यह फूलों का एक खूबसूरत पौधा है जिससे सेहत को कई चौंकाने वाले फायदे हो सकते हैं।
इस पौधे को पारिजात, हरसिंगार और रात में खिलने वाली चमेली जैसे विभिन्न नामों से जाना जाता है। यह एक छोटे-छोटे लाल और सफेद रंग के फूलों का पौधा होता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि यह न सिर्फ खूबसूरत है बल्कि कई तरह के स्वास्थ्य लाभों से भी भरपूर है।
टाइम्स ऑफ इंडिया को डॉक्टर दीक्सा भास्वर ने रात की चमेली के कई स्वास्थ्य लाभों के बारे में बताया है। रात की चमेली का वानस्पतिक नाम निक्टेन्थेस आर्बर-ट्रिस्टिस है और इसमें एंटीऑक्सिडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं। चलिए जानते हैं इसके हैरान करने वाले फायदे क्या हैं।
साइटिका में लाभदायक
तीन-चार पत्ते लेकर उन्हें पीसकर पानी के साथ उबाल लें। साइटिका के दर्द से राहत पाने के लिए इसे छानकर दिन में दो बार खाली पेट पियें। ध्यान रहे कि बहुत अधिक सेवन न करें.
गठिया के इलाज में सहायक
इसके पत्ते, फूल और छाल लें और उन्हें 200 मिलीलीटर पानी में मिलाएं। अब इसे तब तक उबालें जब तक कि पानी 1/4 यानी 50 मिली न रह जाए। इसे गर्म करें। इससे सर्दी में गठिया के दर्द से राहत मिल सकती है।
सूखी खांसी
मौसम बदलने से अधिकतर लोग खांसी से परेशान हैं। इससे राहत पाने के लिए पौधे के सूखे पत्ते लें और उन्हें मोर्टार और मूसल में पीस लें। अब इसका रस निकाल कर शहद के साथ लेने से सूखी खांसी में आराम मिलता है।
सर्दी, खांसी और साइनस
पत्तों और फूलों को पानी में उबालकर बनाई गई चाय पिएं। आप कुछ तुलसी के पत्ते भी डाल सकते हैं। खांसी और साइनस से राहत पाने के लिए इसे चाय की तरह पिएं।
आंत के कीड़े
बच्चों में पेट के कीड़े होने की समस्या आम है। इससे राहत पाने के लिए दो चम्मच रस को पत्तों को पीसकर निकाल लें और मिश्री और पानी के साथ इसका सेवन करें।
बुखार
मौसम बदलने से बुखार और खांसी के मामले बढ़ गए हैं। तुलसी के 2-3 पत्तों के साथ इस पौधे की 3 ग्राम छाल और 2 ग्राम पत्ते लें। इसे पानी में उबालकर दिन में दो बार पिएं।
चिंता दूर करने में सहायक
तनाव और चिंता को दूर करने के लिए अरोमाथेरेपी में रात के चमेली के तेल का उपयोग किया जाता है। यह मस्तिष्क में सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाकर और मूड को नियंत्रित करके मदद करता है।
दर्द और सूजन
शरीर में किसी भी प्रकार के दर्द और सूजन को कम करने के लिए कुछ पत्तों को पानी में उबालकर दिन में एक बार सेवन करें। इससे शरीर में होने वाली आंतरिक और बाहरी सूजन से राहत मिल सकती है।