फीफा वर्ल्ड कप 2018: ईरान और मोरक्को की टक्कर आज, आकर्षण का केंद्र होंगे 'ईरानी मेसी'
By अभिषेक पाण्डेय | Updated: June 15, 2018 13:15 IST2018-06-15T13:09:46+5:302018-06-15T13:15:58+5:30
Morocco vs Iran Preview: मोरक्को और ईरान की फीफा वर्ल्ड कप की भिड़ंत में नजरें होगी ईरानी मेसी पर

ईरान के सरदार अजमॉउन और मोरक्को के हाकिम जियेच
सेंट पीर्ट्सबर्ग, 15 जून: फीफा वर्ल्ड कप 2018 में ग्रुप-बी के पहले मैच में शुक्रवार को ईरान और मोरक्को की भिड़ंत होगी। दो लगभग बराबरी की टीमों के इस मुकाबले में दोनों की नजरें जीत के साथ शुरुआत करने पर होंगी। एशिया की दिग्गज टीम ईरान इस मैच में मोरक्को को हराने के इरादे से उतरेही।
ईरान ने अपना पहला टेस्ट 1978 में खेला था और तब से अब तक 1998, 2006 और 2014 में तीन बार वर्ल्ड कप खेल चुका है। लेकिन ईरान की टीम चार वर्ल्ड कप खेलने के बावजूद कभी भी ग्रुप चरण के आगे नहीं बढ़ पाई है। वर्ल्ड कप में उसको एकमात्र जीत 1998 के वर्ल्ड कप में अमेरिका के खिलाफ मिली थी।
वहीं मोरक्को की टीम ने भी 20 साल के लंबे अंतराल के बाद वर्ल्ड कप में क्वॉलिफाई किया है। वह आखिरी बार 1998 में फ्रांस में हुए वर्ल्ड कप में खेली थी और दूसरे राउंड तक पहुंची थी। ऐसे में शुक्रवार को सेंट पीर्ट्सबर्ग में होने वाले मुकाबले में ये दोनों ही टीमें अपना जलवा दिखाने को बेताब होंगी। (पढ़ें: फीफा विश्व कप 2018: मिस्र के खिलाफ उरूग्वे का पलड़ा भारी, पर मोहम्मद सालाह पर होंगी निगाहें)
नजरें होंगी 'ईरानी मेसी' सरदार अजमॉउन पर
इस मैच में 'ईरानी मेसी' कहे जाने वाले 23 वर्षीय सरदार अजमॉउन पर सबकी निगाहें होंगी जो अब तक महज 32 इंटरनेशनल मैचों में ईरान के लिए 23 गोल दाग चुके हैं। उन्होंने एशियन क्वॉलिफायर्स में अपने देश के लिए 11 गोल दागे थे। अजमॉउन रूस के क्लब रुबिन कजान के लिए खेलते हैं। (पढ़ें: फीफा विश्व कप 2018: पहले सुपर मुकाबले में पुर्तगाल-स्पेन की भिड़ंत आज, नजरें क्रिस्टियानो रोनाल्डो पर)
अजमॉउन टीनऐज में वॉलीबॉल खेलते थे लेकिन बाद में वह फुटबॉलर बन गए। लेकिन वॉलीबॉल की उनकी चपलता का कौशल अब फुटबॉल में उनके काम आता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक आर्सेनल और लीवरपूल जैसे क्लब उन्हें खरीदने में दिलचस्पी दिखा चुके हैं लेकिन वह अभी रूस के ही क्लब के लिए खेल रहे हैं। (पढ़ें: FIFA World Cup 2018: उद्घाटन मैच में रूस ने सऊदी अरब को 5-0 से रौंदा, गाजिंस्की ने दागा पहला गोल)
अजमॉउन के साथ ही ईरानी टीम में एक और स्टार खिलाड़ी अलीरेजा जहांबख्श भी शामिल हैं, जो इस सीजन में डच लीग के टॉप स्कोरर बनने वाले पहले एशियाई खिलाड़ी बन गए हैं। इन दोनों की बदौलत पुर्तगाल और स्पेन के मजबूत ग्रुप में ईरान कमाल दिखाने की कोशिश करेगा।
वहीं नीदरलैंड्स में जन्मे हाकिम जियेच की बदौलत मोरक्क की टीम इस ग्रुप में अपनी छाप छोड़ने के इरादे से उतेरगी। जियेच की बदौलत ही मोरक्को की टीम 20 साल बाद वर्ल्ड कप के लिए क्वॉलिफाई करने में कामयाब रही। एक आक्रामक मिडफील्ड जियेच विपक्षी रक्षापंक्ति में सेध लगाने में माहिर हैं और पिछले 15 मैचों में 8 गोल दाग चुके हैं। (पढ़ें: FIFA World Cup 2018 Opening Ceremony: हुआ रंगारंग आगाज, रूस में जुटे दुनिया भर के फुटबॉल फैंस)
ईरान की फीफा रैंकिंग: 37
मोरक्को की फीफा रैंकिंग: 41