सरान्स्क (रूस) 18 जून: वर्ल्ड कप से 71 दिन पहले कोच को बर्खास्त करने के बावजूद जापान इस फुटबाल महासमर में कोलंबिया के खिलाफ आज (मंगलवार) अपने आलोचकों को करारा जवाब देने की कोशिश करेगा।
कोलंबिया अपने स्टार मिडफील्डर जेम्स रोड्रिग्ज की फिटनेस को लेकर परेशान है। ब्राजील 2014 के इस शीर्ष स्कोरर का मोरदोविया एरेना में होने वाले ग्रुप एच के शुरुआती मैच में खेलना संदिग्ध है। वह पिंडली की मांसपेशियों में खिंचाव से परेशान हैं। कोलंबिया को अगर चार साल पहले की तरह फिर से क्वॉर्टर फाइनल तक पहुंचना है तो जेम्स की फिटनेस उसके लिये बहुत मायने रखती है। 26 साल के जेम्स ने क्वॉलिफाईंग में छह गोल दागे और चार गोल करने में मदद की थी। सिर्फ जेम्स ही नहीं एक अन्य मिडफील्डर विल्मार बारियोस भी फिटनेस से जूझ रहे हैं। (और पढ़ें- फीफा विश्व कप: सऊदी अरब फुटबॉल टीम के प्लेन में बीच हवा लगी आग, वीडियो)
दक्षिण अमेरिका की इस टीम का सामना हालांकि जापान से होगा जिसके बारे में उसके पूर्व कोच फिलिप ट्रासियर ने कहा कि अगर जोस मारिन्हो भी कोच बन जाए तब भी जापान को पहले दौर से बाहर होने से बचने के लिये संघर्ष करना होगा।
ट्रासियर ने हाल में दिये गये साक्षात्कार में कहा था कि अप्रैल में वाहिद हालिलहोदजिच को हटाने के बाद जापान की नॉकआउट में पहुंचने की कोई संभावना नहीं है। जापान को 2002 विश्व कप के दूसरे दौर में पहुंचाने वाले ट्रासियर ने कहा, 'यहां तक कि अगर वे मारिन्हो या अर्सेने वेंगर के साथ भी खेलते हैं तब भी जापान के लिये अंतिम 16 में पहुंचना मुश्किल होगा।' (और पढ़ें- FIFA World Cup: कप्तान हैरी केन ने इंग्लैंड को दिलाई राहत, आखिरी पलों में गोल से ट्यूनीशिया पर जीत)
होलिलहोदजिच को बर्खास्त करने के बाद जापान फुटबॉल संघ ने पूर्व तकनीकी निदेशक अकिरा निशिनो को कोच बनाया। इस 63 वर्षीय कोच को जे-लीग में काफी अनुभव है लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने अब तक केवल अंडर-20 और अंडर-23 टीमों के साथ काम किया है।
इस ग्रुप में रॉबर्ट लेवानडोवस्की की अगुवाई वाले पोलैंड और सेनेगल भी इस ग्रुप में है इसलिए जापान को अच्छी शुरुआत की जरूरत है। निशिनो को कोच बनाने के दांव की परीक्षा सरान्स्क में होगी क्योंकि 2014 में उसे कोलंबिया के हाथों 1-4 से करारी हार का सामना करना पड़ा था। तब जापान एक भी जीत दर्ज नहीं कर पाया था और अब वह अपने रिकार्ड में हर हाल में सुधार करना चाहेगा।
जापानी कप्तान माकोतो हासेबे ने कहा, 'हमें तीन कड़े प्रतिद्वंद्वियों से भिड़ना है लेकिन वे (मौजूदा चैंपियन) जर्मनी नहीं हैं। इसलिए हमारे पास मौका है और हमें उम्मीद है कि हम आगे बढ़ने में सफल रहेंगे।'
जापान ने पिछले सप्ताह पराग्वे पर 4-2 से प्रभावशाली जीत दर्ज की। तब मिडफील्डर तकाशी इनुई ने दो गोल किये थे लेकिन इससे पहले उसे स्विट्जरलैंड, घाना और उक्रेन से हार का सामना करना पड़ा था। कोलंबिया इस साल अब तक अजेय है। उसने मार्च में फ्रांस को 3-2 से हराया जबकि मिस्र और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गोलरहित ड्रा खेले थे। (फीफा वर्ल्ड कप से जुड़ी सारी खबरें यहां पढ़ें)
कोलंबिया:
गोलकीपर्स: डेविड ओस्पिना, कैमिलो वर्गास, जोस फर्नान्डो कुआडराडो
डिफेंडर्स: क्रिस्टियान जपाटा, डाविंसन सैंचेज, सैंटियागो अरियास, ऑस्कर मुरिलो, फ्रैंक फाब्रा, जोहान मोजिका, येरी मिना
मिडफील्डर्स: विल्मार बारियोस, कार्लोस सैंचेज, जेफरसन लेर्मा, जोस इजक्वियेर्डो, जेम्स रोड्रिग्ज, एबेल एग्विलर, मैटियस यूरिब, जुआन फर्नांडो क्विनटेरो, जुआन गिलेर्मो क्वाडार्डो
फॉर्वर्डस: राडामेल फालकाओ, मिगुएल बोर्जा, कार्लोस बाका, लुइस फर्नानडो मुरियेल
जापान
गोलकीपर्स: ईजी कावाशिमा (मेट्ज), मासाकी हिगासिगुची, कोसुके नाकामुरा
डिफेंडर्स: युटो नागाटोमो, टोमोआकी माकिनो, वाटरु एंडो, माया योशिदा, हिरोकी साकाई, गोटोकु साकाई, जेन शोजी, नाओमिचि यूएडा
मिडफील्डर्स: माकोटो हासेबे, किसुके होंडा, टाकाशी इनुई, शिंजी कागावा, होटारु यामागुची, जेनकी हारागुची, टाकाशी उसामी, गाकु शिबास्की, रयोटो ओशिमा
फॉर्वर्ड्स: शिंजी ओकाजाकी, यूया ओसाको, योसिनोरी मुटो