Pariksha Pe Charcha 2020: सीबीएसई (CBSE) और प्रवेश परीक्षाओं परीक्षाएं जल्द शुरू होने जा रही हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों को चिंता मुक्त होकर परीक्षा देने के लिए कहा है। साथ ही साथ एक प्रतियोगिता का ऐलान किया है, जिसमें अगले साल 2020 में आयोजित होनी वाली 'परीक्षा पे चर्चा' में 9वीं से लेकर 12वीं तक के छात्रों को पार्टिसिपेट करने का मौका मिलेगा।
'परीक्षा पे चर्चा' की 2018 और 2019 की जबरदस्त सफलता और उत्साह को देखते हुए एक बार फिर इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। ये 'परीक्षा पे चर्चा' 2020 में आयोजित की जानी है, जिसमें न केवल बोर्ड की परीक्षाओं बल्कि अन्य प्रवेश परीक्षाओं में शामिल होने वाले युवा छात्रों का तनाव दूर करने में मदद मिलेगी। Pariksha Pe Charcha के तीसरे संस्करण को 2 (दिसंबर 2019) का ऐलान किया जा चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संवाद की तारीख से पहले क्वालीफाई करने वाले छात्रों को सूचित किया जाएगा।
इसी के साथ ही 'परीक्षा पे चर्चा' के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा कि एग्जाम भी आ रहे हैं तो इसे देखते हुए 'परीक्षा पर चर्चा' के लिए आयोजन किया जा रहा है। परीक्षाओं को चिंता मुक्त बनाने के लिए हम सबको आगे आना चाहिए।
Pariksha Pe Charcha 2020: परीक्षा पे चर्चा के लिए ऐसे करें पार्टिसिपेट
1- सबसे पहले 'परीक्षा पे चर्चा' के लिए आधिकारिक वेबसाइट innovate.mygov.in पर लॉगइन करें।
2- इसके बाद यहां अपना रजिस्ट्रेशन करें।
3- इसके बाद परीक्षा पे चर्चा की वेबसाइट के होमपेज पर नीचे दिए गए छात्र या अध्यापक के जरिए इसमें हिस्सा ले सकते हैं।
4- प्रतियोगिता में केवल कक्षा 9 से 12 वीं तक के छात्र भाग ले सकते हैं। 5- प्रतिभागियों को नीचे लिखे 5 विषयों में से किसी एक पर अधिकतम 1500 अक्षरों में अपना जवाब लिखना है।
कृतज्ञता एक महान गुण है
अबतक की आपकी शैक्षणिक यात्रा में जिन लोगों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, उन पर एक संक्षिप्त संस्मरण लिखें। साथ ही उल्लेख करें कि वे क्या करते हैं और आप उनके प्रति क्यों आभारी हैं।
आपकी आकांक्षाओं से संवरता है आपका भविष्य
भविष्य में आपने अपने लिए क्या लक्ष्य निर्धारित किए हैं? यह क्या है जिसे आप कैरियर के तौर पर चुनना चाहते हैं और क्यों?
परीक्षा का मूल्यांकन
क्या आपको लगता है कि हमारी परीक्षा प्रणाली छात्रों की वास्तविक क्षमता का मूल्यांकन करने में मदद करती है? एक आदर्श परीक्षा प्रणाली कैसी होनी चाहिए, इस संबंध में अपने सुझाव दें।
हमारे कर्तव्यों पर आपके विचार
हमारा संविधान कर्तव्यों पर उतना ही जोर देता है जितना कि अधिकारों पर। हमें अपने अधिकारों के बारे में जितना जागरूक और सतर्क रहने की आवश्यकता है, उतना ही हमें अपने कर्तव्यों का पालन भी करना चाहिए। ऐसे कौन से कर्तव्य हैं जिन्हें लोग अपने दैनिक जीवन में अपना सकते हैं और कैसे? देश के सभी नागरिकों को और ज्यादा कर्तव्यनिष्ठ बनाने के लिए प्रेरक आलेख लिखें।
संतुलन है फायदेमंद
एक छात्र के लिए केवल पुस्तक और पढ़ाई ही महत्वपूर्ण नहीं है। उनके लिए पाठ्येतर गतिविधियां, हॉबी, खेल और अन्य कई चीजें भी जरूरी है। पढ़ाई के अतिरिक्त ऐसी कौन सी गतिविधियाँ हैं जो आप नियमित रूप से करते हैं? आप इनके बीच संतुलन कैसे बनाए रखते हैं?