NEET JEE Mains 2020: इस बार दो मीटर की दूरी पर बैठेंगे एंट्रेंस एग्जाम में शामिल होने वाले अभ्यर्थी
By मनाली रस्तोगी | Updated: June 4, 2020 14:25 IST2020-06-04T14:25:06+5:302020-06-04T14:25:06+5:30
नीट (NEET) और जेईई मेंस (JEE Mains) की नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) जुलाई में एंट्रेंस एग्जाम कराने वाला है। ऐसे में इस बार सामाजिक दूरी का खास ख्याल रखते हुए परीक्षाओं का आयोजन कराया जाएगा।

दो मीटर की दूरी पर बैठकर एग्जाम देंगे स्टूडेंट्स (प्रतीकात्मक तस्वीर)
नई दिल्ली: नीट (NEET) और जेईई मेंस (JEE Mains) का जुलाई में एंट्रेंस एग्जाम होने वाला है, जिसमें लाखों छात्र शामिल होंगे। ऐसे में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने कहा है कि होने वाली सभी परीक्षाओं में दो गज की दूरी बनाकर परीक्षा ली जाएगी। ऐसे में इन परीक्षाओं में सामाजिक दूरी का विशेष ख्याल रखा जाएगा।
जुलाई में होंगी परीक्षाएं
मालूम हो, इस बार लगभग 15 लाख छात्र-छात्राएं नीट की परीक्षा देंगे, जबकि 9.5 लाख स्टूडेंट्स ने इस बार जेईई में आवेदन किया है। इस साल जेईई मेंस की परीक्षा 18 से 23 जुलाई तक होगी तो वहीं नीट की परीक्षा 26 जुलाई को होनी है। बता दें कि कोरोना वायरस के कारण लागू हुए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के चलते इन परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया था। मगर अब दोनों परीक्षा की तारीखें घोषित की जा चुकी हैं।
सामाजिक दूरी का रखना होगा खास ख्याल
हालांकि, कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण पैदा हुई इस गंभीर स्थिति को ध्यान में रखते हुए नीट परीक्षा में कुछ बदलाव किए जा रहे हैं। ऐसे में परीक्षा के दौरान दो छात्रों के बीच कम-से-कम दो मीटर की दूरी रखी जाएगी। हालांकि, पहले दो स्टूडेंट्स के बीच करीब एक मीटर की दूरी हुआ करती थी, लेकिन सामाजिक दूरी बनाए रखने के कारण ये कदम उठाया जा रहा है। इस लिहाज से नीट परीक्षा का आयोजन कराने के लिए पहले से दोगुना ज्यादा परीक्षा केन्द्रों की जरूरत पड़ेगी।
स्टूडेंट्स के बीच बनाई जाएगी उचित दूरी
इसी तरह ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई) मेंस की परीक्षा के लिए भी तैयारियां की जा रही हैं। मेंस की परीक्षा 18 से लेकर 23 जुलाई तक विभिन्न पालियों में आयोजित की जाएंगी। पहले तो एक दिन में दो शिफ्टों में मेंस की परीक्षा होती थी। मगर इस बार शिफ्ट आगे बढ़ सकती हैं। यही नहीं, सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए छात्रों के बीच की दूरी बनाए रखने के लिए एक एग्जाम सेंटर में एक शिफ्ट में कम छात्र बैठेंगे।