CTET 2018 की परीक्षा के बाद अभ्यार्थियों से बातचीत में पता चला कि अंग्रेजी के सेक्शन ने लोगों को सबसे ज्यादा परेशान किया। आपको बता दें रविवार को CTET 2018 की परीक्षा हुई थी। परीक्षार्थियों के गणित और अंग्रेजी की परीक्षा को करते समय पसीने छूट गए। विद्यार्थियों का कहना था कि दो सवाल गलत तरीके से पूछे गए थे। इनमें पर्यावरण के पेपर में इतिहास का सवाल और इतिहास के सवालों में साइंस का सवाल पूछ लिया गया था।
दो शिफ्ट्स में हुए एग्जाम
सीबीएसई की तरफ से आयोजित इस एग्जाम में को लखनऊ के 161 परीक्षा केन्द्रों में आयोजित किया गया था। इसमें सीबीएसई स्कूल, केन्द्रीय विद्यालय आदि शामिल थे। दो शिफ्ट्स में हुए इस एग्जाम में करीब दस प्रतिशत छात्र अनुपस्थित थे।
हिंदुस्तान को दिए इंटरव्यू में परिक्षार्थियों ने बताया कि पर्यावरण के पेपर में इतिहास का पेपर पूछ लिया गया था। जिससे विद्यार्थियों को काफी असमंजस में पड़ गए थे।
सिलेबस से बाहर का आया था प्रश्न
वहीं कुछ परिक्षार्थियों ने ये भी बताया कि जब पेपर का विकल्प पूछा गया था तो उसमें हिंदी और अंग्रेजी में चुनना था जबकि एग्जाम में दोनों ही विकल्प आ गए थे। वहीं संस्कृत के सवाल पूछे ही नहीं गए।
इसे लेकर कई छात्रों ने शिकायत दर्ज करायी है। लोगों ने ये भी बताया कि गणित के सवाल बहुत मुश्किल थे। कुछ ने ये भी बताया कि गणित के कुछ सवाल सिलेबस से बाहर के थे।