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क्या है फॉरेंसिक साइंस, ऐसे बना सकते इसमें करियर

By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: December 14, 2017 17:30 IST

अपराधियों की धरपकड़ में फॉरेंसिक साइंस का महत्व बढ़ता ही जा रहा है। इसे देखते हुए इस फील्ड में नौकरियों की संभावनाएं बढ़ रही हैं।

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आज विज्ञान दिनों-दिन अपने पैर पसार रहा है। इसकी शाखाएं हैं, जिसमें से एक फॉरेंसिक साइंस भी है। इसका भारत में तेजी से उपयोग बढ़ रहा है। इसे देखते हुए इस फील्ड में नौकरियों की काफी संभावनाएं बढ़ रही हैं।

आपको बताते चले कि फॉरेंसिक साइंस को एक अपराध को जांचने के लिए वैज्ञानिक सिद्धांतों का उपयोग कहा जाता है। इस क्षेत्र में काम करने वाले लोग फॉरेंसिक साइंस साइंटिस्ट कहलाए जाते हैं।

इस क्षेत्र में वैज्ञानिक नई तकनीकों का उपयोग करते हुए सबूतों की जांच करते हैं, ताकि अपराधियों को पकड़ने में मदद मिल सके। ध्यान रहे यह क्राइम लैबोरेटरी आधारित जॉब है, जिसमें सबूतों का विश्लेषण किया जाता है।

इसमें नौकरी करने के लिए फिजिक्स, केमेस्ट्री, बायोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, मेडिकल टेक्नोलॉजी या जेनिटिक्स जैसे विषयों में स्नातक होना चाहिए। इसके अलावा लैब का अनुभव भी मांगा जाएगा। वहीं आप स्नातक के बाद फॉरेंसिक साइंस में मास्टर डिग्री या डिप्लोमा  कर सकते हैं।

इसके अलावा फॉरेंसिक साइंटिस्ट को बातचीत करने में एक्सपर्ट होना चाहिए ताकि वो कोर्ट में अपने सबूतों को साबित कर सके। इसके साथ-साथ टेस्ट रिपोर्ट लिखने के लिए राइटिंग स्किल भी अच्छी होनी चाहिए।

गौरतलब है कि इस क्षेत्र में ज्यादातर नौकरियां सरकारी क्षेत्र में ही होती हैं। आपको पुलिस, लीगल सिस्टम, इंवेस्टिगेटिव सर्विस जैसी जगहों पर नौकरी मिल सकती है। इसके अलावा प्राइवेट एजेंसी भी फॉरेंसिक साइंटिस्ट्स को हायर करती हैं। अधिकतर फॉरेंसिक साइंटिस्ट इंटेलि‍जेंस ब्यूरो और सीबीआई की ओर से हायर किए जाते हैं। वहीं एक शिक्षक के तौर पर भी फॉरेंसिक साइंटिस्ट अच्छी सैलरी ले सकता है। 

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