यति नरसिंहानंद ने अल्पसंख्यकों के खिलाफ फिर दिया 'हेट स्पीच' हिमाचल प्रदेश के ऊना में साध्वी अन्नपूर्णा ने भी अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए हथियार उठाने की बात कही
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: April 17, 2022 21:45 IST2022-04-17T21:44:31+5:302022-04-17T21:45:49+5:30
यति नरसिंहानंद हेट-स्पीच के एक अन्य मामले और महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक से जुड़े मामले में जमानत पर रिहा हैं।

यति नरसिंहानंद की फाइल फोटो
दिल्ली: डासना मंदिर के महंत और हरिद्वार में धर्म विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक भाषण देने वाले यति नरसिंहानंद ने हिमाचल में भी वही विषैला राग अलापा है और फिर से अल्पसंख्यों के बारे में आपत्तिजनक बाते कही हैं।
हरिद्वार हेट स्पीच मामले में जमानत पर बाहर घूम रहे यति नरसिंहानंद ने हिमाचल प्रदेश के ऊना में आयोजित एक 'धार्मिक' सम्मेलन में फिर से वही आपत्तिजनक बातें कही, जिन्हें व्यक्त करने के लिए वो जेल तक जा चुके हैं।
समाचार चैनल एनडीटीवी के मुताबिक हिमाचल की बैठक में भी नरसिंहानंद ने हिंदुओं से खुलेआम एक धर्म विशेष के खिलाफ हथियार उठाने का आह्वान किया। इतना ही नहीं बैठक में शामिल वक्ताओं ने अल्पसंख्यकों के कथित तौर पर हत्या की बात भी कही।
इस बैठक के आयोजकों में से एक सत्यदेव सरस्वती से जब यह पुछा गया कि क्या आयोजकों ने इस मीटिंग के लिए प्रशासन से परमिशन ली थी। जिसके जवाब में उन्होंने कहा, "यह बेहद निजी कार्यक्रम था और इसके लिए प्रशासन से अनुमति लेने की कोई आवश्यकता नहीं थी।"
इसके साथ ही उन्होंने कहा, "हम कानून में विश्वास नहीं करते है लेकिन हम किसी से डरते भी नहीं हैं। हम केवल सच कह रहे हैं और उसमें किसी भी तरह की आपत्तिजनक बात नहीं की गई है।"
जनवरी 2022 में आयोजित हरिद्वार धर्म संसद में यति नरसिंहानंद और वसीम रिजवी ऊर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी ने मुसलमानों के खिलाफ नरसंहार जैसी बाते कही थीं। जिसके कारण नरसिंहानंद और वसीम रिजवी को गिरफ्तार भी किया गया था और नरसिंहानंद को कोर्ट ने 18 फरवरी को जमानत पर रिहा किया था।
जानकारी के मुताबिक नरसिंहानंद की जमानत शर्तों में कोर्ट ने यह भी शर्त जोड़ी है कि वो इस तरह के किसी आयोजन में भाग नहीं लेंगे। लेकिन उसके बावजूद यति अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं।
इस महीने की शुरुआत में यति नरसिंहानंद ने दिल्ली के बुराड़ी में भी मुसलमानों के खिलाफ अभद्र और आपत्तिजनक बाते कही थीं। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने मामले में एफआईआर भी दर्ज की है। एफआईआर के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने कहा था कि कार्यक्रम की अनुमति न देने के बाद भी आयोजकों ने बुराड़ी में "महापंचायत सभा" का आयोजन किया था, जिसमें करीब 700 से 800 लोग शामिल हुए थे।
बताया जा रहा है कि यति नरसिंहानंद के साथ साध्वी अन्नपूर्णा सहित कई लोग मौजूद थे, जिन्होंने मुसलमानों के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए हथियार उठाने की बात कही।