अपने प्रेम विवाह की तीसरी सालगिरह से पहले एक गृहस्थी बिखर गई. महिला की मौत के बाद माना पुलिस ने उसके पति सहित ससुराल पक्ष के चार सदस्यों को प्रताड़ना सहित आत्महत्या के लिए बाध्य करने की धाराओं के तहत आरोपी नामजद किया है. अमरावती जिले की दर्यापुर की रहनेवाली श्वेता सेवने ने माना थाना अंतर्गत आनेवाले ग्राम पोही निवासी रिश्ते में उसके ममेरे भाई स्वप्निल आंबिलकर से 6 दिसंबर 2016 को न्यायालय में प्रेम विवाह किया था.
विवाह के बाद दोनों की गृहस्थी अच्छे से चल रही थी. इसी बीच वे दोनों पुणे में रहने गए थे. वहां से लौटने के बाद श्वेता एवं स्वप्निल वापस गांव आ गए थे. ससुराल में रहते हुए उसे ससुराल पक्ष के सदस्यों ने शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताडि़त करना शुरू किया, जिसकी शिकायत उसने अपनी मां से की थी. इसी के चलते ससुराल के सदस्यों ने उसे मायके वालों से बातचीत करने से मनाही कर दी थी.
जुलाई 2019 में उसने अपनी मां से संपर्क कर प्रसूति के लिए मायके आने की तैयारी दर्शाई तथापि ससुराल वालों ने उसे मायके जाने से मना कर दिया. दो महीने पहले श्वेता ने एक बेटी को जन्म दिया था.
ससुराल वालों से तंग आकर उसने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. श्वेता के पिता दर्यापुर के साई नगर निवासी प्रल्हाद सेवने की रपट पर माना पुलिस ने मृतका के पति स्वप्निल गोपाल आंबिलकर, ससुर गोपाल तुलसीराम आंबिलकर, सास प्रमिला आंबिलकर एवं ननद रुपालि तायवाड़े के खिलाफ धारा 498 (अ), 306, 34 के तहत अपराध दर्ज किया है.