आप भी हैं किसी ग्रुप के एडमिन तो हो जाएं सावधान, दर्ज हो सकता है देशद्रोह का मुकदमा
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: July 23, 2018 04:55 PM2018-07-23T16:55:41+5:302018-07-23T16:55:41+5:30
मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के तालेन कस्बे के निवासी और बीएससी के छात्र जुनैद खान को पुलिस ने पिछले 5 महीने से जेल में बंद करके रखा है।
आप भी अगर किसी व्हाट्सएप ग्रुप के सदस्य या फिर ग्रुप एडमिन हैं तो आपको सावधान हो जाएं। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आप जेल भी जा सकते हैं। दरअसल मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के तालेन कस्बे के निवासी और बीएससी के छात्र जुनैद खान को पुलिस ने पिछले 5 महीने से जेल में बंद करके रखा है।
जुनैद ना तो ग्रुप का एडमिन था और ना ही उसने मैसेज भेजे थे। खबर के मुताबिक जुनैद खान को 14 फरवरी 2018 को पुलिस ने व्हाट्सएप ग्रुप में आपत्तिजनक मैसेज फारवर्ड होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। जुनैद के घरवालों का कहना है कि मैसेज फॉरवर्ड होने के बाद ग्रुप के एडमिन ने ग्रुप छोड़ दिया और जब पुलिस की कार्रवाई हुई तो उस समय तक जुनैद एडमिन बन गया था।
बिना जांच के पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया। क्योंकि एडमिन ने ग्रुप छोड़ दिया था इस कारण से उस ग्रुप का आटोमैटिक एडमिन जुनैद हो गया था।जिस कारण पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। जुनैद के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चल रहा है। वहीं स्थानीय लोगों ने वास्तविक एडमिन इरफान के खिलाफ पुलिस में शिकायत की है।
वहीं, इस पूरे प्रकरण पर पुलिस का कहना है कि कार्रवाई के वक्त जुनैद ही व्हाट्सएप ग्रुप का एडमिन था। ऐसे में जुनैद ही मैसेज के लिए जिममेदार है। जुनैद के भाई फारुख के मुताबिक आपत्तिजनक मैसेज के शेयर किए जाने के वक्त ग्रुप का एडमिन जुनैद नहीं थ।
जबकि असली एडमिन और अन्य सदस्यों द्वारा ग्रुप छोड़ने के बाद जुनैद एडमिन बन गया। वहीं देशद्रोह का मामला होने के कारण कोर्ट ने जमानत देने से इनकार कर दिया है और इस वजह से वह अपनी परीक्षा भी नहीं दे पाया। ऐसे में अब ये मामला जमानत ना मिलने के कारण एक बार फिर से सुर्खियों में है।