WBSSC scam case: ED की हिरासत में हुआ पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी का आमना-सामना

By रुस्तम राणा | Updated: August 4, 2022 19:10 IST2022-08-04T19:10:14+5:302022-08-04T19:10:14+5:30

प्रवतर्तन निदेशालय द्वारा छापेमारी में मिला पैसा किसका है, इस सवाल को लेकर दोनों ही इनकार कर चुके हैं। ईडी के पास उपलब्ध दस्तावेजों से पता चलता है कि दोनों आरोपियों ने 2012 में अपनी साझेदारी शुरू की थी।

WBSSC scam case Ex-minister Partha Chatterjee confronted with Arpita Chatterjee in ED custody | WBSSC scam case: ED की हिरासत में हुआ पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी का आमना-सामना

WBSSC scam case: ED की हिरासत में हुआ पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी का आमना-सामना

कोलकाता:पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार हुए राज्य के पूर्व शिक्षामंत्री पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी का गुरुवार को ईडी की हिरासत में आमना-सामना हुआ। प्रवर्तन निदेशालय लगातार दोनों से छापे में पाए गए अकूत धन के बारे में पूछताछ कर रही है। 

छापेमारी में मिले पैसों को लेकर दोनों कर चुके हैं इनकार

प्रवतर्तन निदेशालय द्वारा छापेमारी में मिला पैसा किसका है, इस सवाल को लेकर दोनों इनकार कर चुके हैं। अर्पिता मुखर्जी ने पहले ईडी को यह बताया है कि रेड में मिले करोड़ों रुपये पार्थ चटर्जी के हैं और इन पैसों को रखने के लिए चटर्जी और उनके आदमी अर्पिता के फ्लैट पर आते थे और इन कमरों तक उनकी पहुंच नहीं थी। दूसरी ओर, पार्थ चटर्जी ने भी इस बात से इनकार किया है कि पैसा उनका था। उन्होंने हाल ही में संवाददाताओं से कहा, "जब समय आएगा, तो आपको पता चल जाएगा...पैसा मेरा नहीं है।" कोलकाता उच्च न्यायालय ने मई में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की जांच का आदेश दिया था।

ईडी ने गुरुवार को भी चलाया तलाशी अभियान

गुरुवार को किए गए एक नए दौर की तलाशी पर, ईडी के एक अधिकारी ने कहा कि दक्षिण कोलकाता के पंडित्या रोड पर एक अपार्टमेंट का दरवाजा तोड़कर तलाशी ली गई। अधिकारी ने कहा कि दरवाजों में से एक स्टील का बना था और एक स्थानीय ताला बनाने वाले को दरवाजा तोड़ने के लिए बुलाया गया था। ताला बनाने वाले ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि स्टील का दरवाजा चीन से आयात किया गया था और उनकी टीम ने इसे स्थापित किया था।

मामले की तफ्तीश में ईडी को मिले हैं अब तक 9 फ्लैट

यह स्पष्ट नहीं है कि गुरुवार को जिस अपार्टमेंट की तलाशी ली गई, वह दो आरोपियों से जुड़े नौ फ्लैटों में से एक है, जिसका पहले पता चला था। संघीय एजेंसी ने पहले अदालत को बताया था कि उन्हें कम से कम नौ फ्लैट मिले हैं, जिनमें से पांच की मालकिन मुखर्जी हैं। ईडी के पास उपलब्ध दस्तावेजों से पता चलता है कि दोनों आरोपियों ने 2012 में अपनी साझेदारी शुरू की थी।

ईडी को छापेमारी में अब तक मिले हैं 50 करोड़ रुपये कैश

एजेंसी ने अब तक मुखर्जी के दो फ्लैटों से 50 करोड़ रुपये नकद और 5 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण बरामद किए हैं और अनुमान लगाया है कि इसमें शामिल कुल राशि लगभग 120 करोड़ रुपये है। मुखर्जी के फ्लैट से जब्त किए गए गहनों में सोने की छह चूड़ियां हैं, जिनमें से प्रत्येक का वजन 500 ग्राम है। "कोई इतनी भारी चूड़ी क्यों मंगवाएगा?" ईडी अधिकारी ने यह सुझाव देते हुए पूछा कि आभूषणों को धन जमा करने के लिए डिजाइन करवाया गया था।

Web Title: WBSSC scam case Ex-minister Partha Chatterjee confronted with Arpita Chatterjee in ED custody

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