कानपुर: कानपुर शूटआउट का मुख्य आरोपी विकास दुबे के गैंग का करीबी प्रभात मिश्रा और रणबीर शुक्ला को पुलिस ने एनकाउंटर में मार दिया है। प्रभात मिश्रा और रणबीर उर्फ बउअन विकास दुबे के गैंग में शामिल थे। पुलिस के मुताबिक वह दोनों भागने की फिराक में थे। ऐसे में पुलिस ने एनकाउंटर में उन्हें मार गिराया।
प्रभात मिश्रा को पुलिस ने बुधवार (8 जुलाई) को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया था। पुलिस का कहना है कि प्रभात हिरासत से भागने की कोशिश में था इसलिए उसपर गोली चलानी पड़ी। वहीं विकास दुबे का एक दूसरा साथी रणवीर उर्फ बऊअन भी इटावा में मुठभेड़ में मारा गया है।
उत्तर प्रदेश ADG (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा, जिन 3 लोगों को बुधवार (8 जुलाई) को गिरफ्तार किया गया था, उनमें से एक, प्रभात मिश्रा की मौत हो गई है, प्रभात मिश्रा ने हिरासत से भागने की कोशिश की जिसके बाद पुलिस ने उसे गोली मारी।
इटावा एसएसपी आकाश तोमा ने कहा, कानपुर एनकाउंटर के दौरान विकास दुबे के साथ मौजूद बउअन आज सुबह (9 जुलाई) एक मुठभेड़ में में मारा गया। उसके पास से हथियार बरामद किए गए हैं।
प्रभात उर्फ कार्तिकेय को पुलिस ने कानपुर में किया ढेर
प्रभात उर्फ कार्तिकेय को पुलिस ने फरीदाबाद से गिरफ्तार किया था। उसे ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर लाया जा रहा था। लेकिन कानपुर के पास हाइवे पर उसने एसटीएफ के पुलिस इंस्पेक्टर से पिस्तौल छीनी और भागने की कोशिश करने लगा। जिसके बाद पुलिस ने उसपर फायरिंग की और वह मारा गया।
इटावा में मारा गया रणबीर शुक्ला उर्फ बउअन
रणबीर उर्फ बउअन को पुलिस ने इटावा में मारा है। पुलिस ने बताया कि रणबीर शुक्ला ने देर रात महेवा के पास हाईवे पर स्विफ्ट डिजायर कार को लूटा था। उसके साथ तीन और बदमाश थे। पुलिस को जैसे ही इसकी सूचना मिली पुलिस ने चारों को सिविल लाइन थाने के काचुरा रोड पर घेर लिया। पुलिस और रणबीर शुक्ला के बीच इस दौरान फायरिंग हुई और रणबीर शुक्ला मारा गया। रणबीर शुक्ला पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम रखा था। हालांकि इस दौरान अन्य तीन लोग भाग निकले थे।