मेरठ: उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने मुठभेड़ में एक और गैंगस्टर को मार गिराया है। अनिल दुजाना, जो नोएडा, गाजियाबाद और दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अन्य क्षेत्रों में लोगों को आतंकित करने के लिए जाना जाता था, मेरठ में यूपी पुलिस की विशेष टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साथ मुठभेड़ में मारा गया। उस पर हत्या समेत 60 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे।
राज्य के अतिरिक्त डीजीपी (एसटीएफ) अमिताभ यश ने कहा, "पश्चिमी यूपी का खूंखार गैंगस्टर, अनिल दुजाना, यूपी एसटीएफ की मेरठ इकाई के साथ एक मुठभेड़ में मारा गया था। उसके खिलाफ कई मामले थे, वह एक कॉन्ट्रैक्ट किलर था और उसके खिलाफ 18 हत्या के मामले थे।"
दुजाना हाल में हत्या के एक मामले में जमानत मिलने के बाद जेल से बाहर आया था। सूत्रों ने कहा कि इसके तुरंत बाद, उसने अपने खिलाफ दर्ज हत्या के मामले के प्रमुख गवाहों में से एक को धमकाना शुरू कर दिया। यहां तक की सूत्र बताते हैं कि दुजाना ने गवाह को मारने का फैसला किया था।
इसके बाद एसटीएफ उसे गिरफ्तार करने के लिए गई। सूत्रों ने कहा कि ऑपरेशन के दौरान, दुजाना और उसके गिरोह ने पुलिस को उलझा दिया, जिससे मुठभेड़ हुई और उसकी मौत हो गई। मुठभेड़ मेरठ के एक गांव में ऊंची झाड़ियों से घिरी कच्ची सड़क पर हुई। पुलिस ने कहा कि वह और उसके गिरोह के लोग वहां छिपे हुए थे और आने के दौरान एसटीएफ के गुर्गों पर गोलियां चलाईं।
आपको बता दें कि अनिल दुजाना गैंगस्टर नरेश भाटी का करीबी था, जिसकी कथित तौर पर सुंदर भाटी ने हत्या कर दी थी। इसके बाद दुजाना ने सुंदर भाटी पर हमला बोल दिया। नरेश भाटी की मौत के बाद उसके गिरोह की कमान अनिल दुजाना ने संभाली थी