उन्नाव रेप की पीड़िता के कार दुर्घटना में बुरी तरह जख्मी होने से कुछ दिन पहले ही उसके घरवालों ने सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई को पत्र लिखा था। अब इस केस में एक दूसरे नये पत्र का मामला सामने आया है। उन्नाव रेप पीड़िता के वकील महेंद्र सिंह ने 15 जुलाई को जिला मजिस्ट्रेट को एक पत्र लिखा था। जिला मजिस्ट्रेट को लिखे पत्र में वकील महेंद्र सिंह ने कहा था कि उनको अपनी जान का खतरा है। इसलिए उन्होंने अविलंब शस्त्र लाइसेंस जारी करने का आग्रह किया था।
पत्र में यह भी लिखा है कि वकील महेंद्र सिंह ने सितम्बर 2018 के सबसे पहले शस्त्र लाइसेंस के लिए निवेदन किया था। इधर सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर फैसाल करते कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो केस को जांच के लिए यूपी से बाहर ट्रांसफर किया जायेगा। सुनवाई करते हुये सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को आदेश दिया कि मामले की जांच कर रहे सीबीआई अधिकारियों को केस की स्टेटस रिपोर्ट पेश करे। सीबीआई ने सीजेआई को बताया है कि मामले की जांच कर रहे सीबीआई अधिकारी इस वक्त केस की जांच के लिए लखनऊ में हैं। ऐसे में उनका दोपहर तक यहां आना मुश्किल है।
सीबीआई ने उन्नाव रेप पीड़िता की दुर्घटना के मामले में भारतीय जनता पार्टी ( BJP) के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
रविवार 28 जुलाई को उन्नाव रेप पीड़िता के कार का एक्सीडेंट रायबरेली में हो गया था। जिसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई है। एक्सीडेंट के चार दिन बाद भी पीड़िता और उसके वकील की हालात गंभीर है।
पीड़िता ने साल 2017 में उन्नाव के बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाया था। इस मामले में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को गिरफ्तार किया गया था