Umesh Pal murder case: उमेश पाल हत्याकांड से जुड़ा भाजपा नेता के भाई का नाम, संदिग्धों के ठिकानों पर पुलिस की दबिश जारी
By रुस्तम राणा | Published: February 26, 2023 06:29 PM2023-02-26T18:29:15+5:302023-02-26T18:29:15+5:30
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गुलाम को पार्टी से निकाल दिया गया है। हालांकि, अभी तक हटाने का कोई आधिकारिक पत्र जारी नहीं किया गया है। राहिल हसन भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा का महानगर अध्यक्ष है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए उमेश पाल की हत्या के मामले में भाजपा नेता राहिल हसन के भाई गुलाम का नाम भी जुड़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गुलाम को पार्टी से निकाल दिया गया है। हालांकि, अभी तक हटाने का कोई आधिकारिक पत्र जारी नहीं किया गया है। राहिल हसन भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा का महानगर अध्यक्ष है। हालांकि पुलिस छानबीन के बाद ही इस केस से जुड़े खुलासे होंगे।
उमेश पाल पर शुक्रवार को उनके आवास के सामने सात हमलावरों ने गोलियों और देशी बमों से हमला किया था। पुलिस ने कहा कि गंभीर रूप से घायल उमेश पाल को स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस हमले में पाल का एक गनर भी मारा गया है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, पाल को सात गोलियां लगी थीं और उसके शरीर पर चोट के 13 निशान थे। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि सभी गोलियां पिस्टल से चलाई गई थीं। उमेश 2005 में बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल की हत्या का मुख्य गवाह था। हत्या का मुख्य आरोपी माफिया से नेता बना अतीक अहमद है, जो वर्तमान में गुजरात की जेल में बंद है।
इस मामले की छानबीन के लिए प्रयागराज की पुलिस ने 10 टीमों का गठन किया है। संदिग्धों के ठिकानों पर लगातार दबिश जारी है। दिन दहाड़े गोलीबारी और बमबाजी के सीसीटीवी फुटेज के जरिए आरोपियों की शिनाख्त में भी पुलिस लगी हुई है।
इस मामले में उमेश पाल की पत्नी जया पाल की शिकायत पर धूमनगंज थाने में अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, उसके दो बेटों, उसके साथी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य साथियों के खिलाफ आईपीसी की हत्या सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।