उज्जैन: श्री महाकालेश्वर मंदिर में होने वाली भस्मार्ती की अनुमति के नाम पर दिल्ली से आये तीन श्रद्दालुओ के साथ नकली भस्मार्ती की अनुमति बनाकर धोखाधड़ी की गई थी। इस मामले में पुलिस ने विवेचना के दौरान कुल 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी उज्जैन के हैं। एएसपी सिटी अभिषेक आनंद के अनुसार आरोपियों से 6 मोबाईल, 1 लैपटॉप, 1 सीपीयू, नगदी 4500/- रुपए बरामद किए गए हैं।
पुलिस अधिकारी के अनुसार, रविवार को महाकाल मंदिर में प्रातः कालीन होने वाली भस्मआर्ती अनुमति के लिए दर्शनार्थी नितिन भारद्वाज, मोहित अरोरा एवं दिशांत गैरा निवासी- उत्तम नगर नई दिल्ली से आरोपियों ने 4 हजार पांच सौ रुपये लेकर भस्मार्ती अनुमति जारी करवाई गई। दर्शनार्थी अनुमति लेकर मंदिर पहुंचे तो जांच के दौरान उक्त अनुमति किसी अन्य श्रद्धालु को जारी किया जाना सामने आया।
शिकायत पर थाना महाकाल पुलिस ने धारा 420, 34 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध करते हुए विवेचना के दौरान आरोपीगण को गिरफ्तार किया गया। प्रकरण में आए साक्ष्य के आधार पर धारा 467,468, 471 भादवि का इजाफा किया गया। आरोपियों ने भस्मार्ती करने वाले दर्शनार्थी से भस्मार्ती के लिए बुकिंग करने हेतु प्रति व्यक्ति 1000/- रुपए से 1500/- रुपए लेकर भस्मार्ती इन्ट्री पर लगे कर्मचारी को आधार कार्ड की प्रति उपलब्ध करवाते है।
उक्त आरोपी पुरानी भस्मार्ती रसीद व भस्मार्ती करने वाले दर्शनार्थी की जानकारी अपने साथी आरोपी को देता था जो कम्पयुटर के माध्यम से पुरानी भस्मार्ती परमीशन को एडीट करने के बाद नई फर्जी परमीशन बनाकर वापस भस्मार्ती इन्ट्री पर लगे कर्मचारी को देता है जो दर्शनार्थी को भस्मार्ती इन्ट्री करने के समय गेट से इन्ट्री करवाता था।
आरोपी बाद में अपने अपने हिस्से के रुपए आपस में बांट लेते थे। पुलिस ने मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी पिछले 5-6 माह से इस काम को अंजाम दे रहे थे।आरोपियों में घाटों पर पूजा करने वाले शामिल हैं। पुलिस ने प्रकरण की धारा 420, 467, 468, 471, 34 में पवन शर्मा, मृत्युंजय पांडे, शेखर तिवारी ,गौरव शर्मा ,विशाल शर्मा ,विपिन मकवाना, हर्ष घारिया को गिरफ्तार किया है।