टिंडर डेट पर जाना भारी पड़ा, आ गया 1 लाख का बिल, लड़कों को फंसाने वाले गैंग का भंडाफोड़
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: June 29, 2024 15:53 IST2024-06-29T15:51:04+5:302024-06-29T15:53:23+5:30
जब युवा को बिल मिला तो 1,21,917 रुपये का भारी शुल्क देखकर दंग रह गया। उनके विरोध के बावजूद, उन्हें कैफे के कर्मचारियों द्वारा धमकाया गया। बंधक बनाकर पीटा भी गया जिससे उन्हें बिल का भुगतान करने के लिए मजबूर होना पड़ा।

(प्रतीकात्मक तस्वीर)
नई दिल्ली: सिविल सेवा की तैयारी कर रहे एक छात्र को टिंडर डेट पर जाना भारी पड़ गया। पूर्वी दिल्ली के ब्लैक मिरर कैफे में युवा को बिल के रूप में 1 लाख 21 हजार का बिल चुकाना पड़ा। इसके बाद धोखाधड़ी के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ। पुलिस ने बताया कि शिकायत दर्ज कराने से पहले पीड़ित को कथित तौर पर धमकी दी गई और बिल का भुगतान करने के लिए मजबूर किया गया।
क्या है मामला
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक पीड़िता ने डेट के लिए टिंडर एप का इस्तेमाल किया था। पीड़ित कई हफ्तों से टिंडर पर वर्षा नाम की एक महिला के साथ चैट कर रहा था। एक दिन लड़की ने अपना जन्मदिन मनाने के लिए उसे ब्लैक मिरर कैफे में मिलने बुलाया। कैफे में उन्होंने स्नैक्स, दो केक और चार गैर-अल्कोहल शॉट्स का ऑर्डर दिया। लेकिन अचानक से वर्षा परिवार में इमरजेंसी का दावा करते हुए चली गई।
जब युवा को बिल मिला तो 1,21,917 रुपये का भारी शुल्क देखकर दंग रह गया। उनके विरोध के बावजूद, उन्हें कैफे के कर्मचारियों द्वारा धमकाया गया। बंधक बनाकर पीटा भी गया जिससे उन्हें बिल का भुगतान करने के लिए मजबूर होना पड़ा। उसने यह राशि कैफे के मालिकों में से एक अक्षय पाहवा को ऑनलाइन ट्रांसफर कर दी। वहां से निकलने के बाद पीड़ित ने घटना की सूचना पुलिस को दी। शिकायत के बाद पुलिस टीम ने तुरंत पाहवा को पकड़ लिया। पाहवा ने कबूल किया कि ब्लैक मिरर कैफे को वह अंश ग्रोवर और वंश पाहवा मिल के चलाते हैं।
ऐसे हुआ घोटाला
पाहवा ने यह भी कबूल किया कि वर्षा का असली नाम अफसान परवीन है। उसने आयशा और नूर भी नाम रख रखा है। 25 वर्षीय परवीन टिंडर और बम्बल जैसे डेटिंग ऐप्स पर पुरुषों को फंसाती थी और कैफे में बुलाती थी। लड़के से मिलने और कुछ समय तक बातचीत करने के बाद वह एक आपातकालीन स्थिति का बहाना बना कर गायब हो जाती थी। इस घोटाले में शामिल कैफे कर्मचारी फिर लोगों पर भुगतान करने के लिए दबाव डालते थे।
जब परवीन को गिरफ्तार किया गया तब वह मुंबई के एक अन्य व्यक्ति के साथ डेट पर थी। जिससे उसकी मुलाकात शादी डॉट कॉम पर हुई थी। परवीन को उगाही गई रकम का 15 प्रतिशत मिलता था, जबकि 45 प्रतिशत टेबल और कैफे प्रबंधकों के बीच बांटा जाता था और बाकी 40 प्रतिशत कैफे मालिकों को दिया जाता था। पुलिस ने परवीन और पाहवा को गिरफ्तार कर उनके फोन और कैफे का रजिस्टर जब्त कर लिया है। इसमें शामिल सभी लोगों की गिरफ्तारी के लिए आगे की जांच जारी है।