बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के जिला बुलंदशहर में अमेरिका में पढ़ाई कर रही छात्रा सुदीक्षा भाटी की मौत मामले में पुलिस आरोपी तक पहुंच गई है। सुदीक्षा भाटी का एक्सीडेंट करवाने में जिन लोगों को आरोपी बनाया गया है पुलिस ने उनका पता लगा लिया है। पुलिस ने इसके लिए 10 हजार 7 सौ बुलेट और मोटरसाइकिल को खंगाला है। हजारों मोटरसाइकिल को खंगालने के बाद पुलिस आरोपियों तक पहुंची है। अब बताया जा रहा है कि पुलिस इस पूरे मामले में जल्द खुलासा कर सकती है।
पुलिस का दावा है कि दोनों आरोपियों की शिनाख्त कर ली गई है। इस पूरे मामले में गंभीरता से छानबीन की जा रही है। पुलिस उन अपराधी की कॉल डिटेल खंगाल रही जो घटनास्थल पर थे। सुदीक्षा भाटी की मौत के लगभग 36 घंटे बाद 11 अगस्त की रात को पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है। इस पूरे मामले में पुलिस ने 5 टीम गठित की थी और एसआईटी टीम का भी गठन किया था।
परिवार का दावा- सुदीक्षा की मौत हादसा नहीं, एक हत्या है
10 अगस्त को बुलंदशहर में सुदीक्षा भाटी की रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। हालांकि परिवार वालों का दावा है कि ये एक हत्या है। परिवार के मुताबिक सुदीक्षा भाटी अपने चाचा के साथ ही बाइक पर अपने मामा के घर जा रही थी, जिस दौरान रोड एक्सीडेंट में उसकी मौत हुई। सुदीक्षा भाटी के चाचा सतेंद्र भाटी ने मीडिया को बताया कि रास्ते में एक बुलेट ने हमें कई बार ओवरटेक किया, मैंने मोटरसाइकिल की स्पीड कम की और बुलेट सवार ने आगे जाकर अचानक ब्रेक मारी जिसमें बैलेंस बिगड़ने से हादसा हुआ, जिसमें सुदीक्षा के सिर में चोट लग गई। जिसकी वजह से उसकी मौत हुई।
परिवार का दावा है कि बुलेट सवार दो शख्स सुदीक्षा को परेशान कर रहे थे इसलिए उनका वह पीछा कर रहे थे।
पुलिस ने कहा था- शुरुआती जांच में नहीं मिले छेड़छाड़ के सबूत
पुलिस का कहना है कि फिलहाल शुरुआती जांच के में सुदीक्षा से छेड़छाड़ के कोई सबूत नहीं मिले हैं। पुलिस ने कहा है कि परिवार तथ्यों को तोड़ मरोड़कर पेश कर रहा है।
शहर के एसएसपी संतोष कुमार ने यह भी दावा किया है कि जब 10 अगस्त सोमवार को यह एक्सीडेंट हुआ तो सुदीक्षा भाटी का एक भाई, जो हाई स्कूल से पास है और संभवत एक नाबालिग है, वही बाइक चला रहा था।
पुलिस ने कहा, दुर्घटना बुलंदशहर में सुबह 8.50 बजे हुई थी और सुदीक्षा के चाचा का मोबाइल का लोकेशन 9.17 बजे दादरी में था। असल में चाचा सतेंद्र भाटी घटनास्थल पर 10.49 बजे पहुंचे थे।