मनसा: पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला का परिवार उनके शव को अस्पताल से घर ले गए। रविवार 29 मई को मानसा में उनकी हत्या कर दी गई थी। पोस्टमार्टम के लिए पंजाब पुलिस ने गायक के शव को मानसा सिविल अस्पताल में रखा था। गायक-नेता सिद्धू मूसेवाला का 5 डॉक्टरों की टीम द्वारा पोस्टमॉर्टम किए जाने के बाद रिपोर्ट्स में बताया गया है कि मूसेवाला के शव पर गोलियों के 20-25 घाव मिले हैं और एक घाव खोपड़ी पर है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गोली लगने के चलते मूसेवाला की दाहिनी कोहनी टूट गई थी और अधिकतर गोलियां उनकी छाती व पेट पर मारी गई थीं।
परिवार मूसेवाला की हत्या की सीबीआई या एनआईए जांच कराने की मांग करते हुए पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया था। हालांकि सोमवार पंजाब के सीएम भगवंत मान ने मामले में न्यायिक जांच के आदेश के बाद पोस्टमार्ट किया गया। पंजाब सरकार द्वारा 420 लोगों की सुरक्षा कम करने के आदेश दिए थे जिनमें एक मूसेवाला भी शामिल थे। उनकी सुरक्षा में कटौती करने के एक दिन बाद ही उनकी हत्या कर दी गई। इसको लेकर पंजाब सरकार विपक्ष के निशाने पर हैं। वहीं गायक के परिवार ने भी सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है।
पंजाब पुलिस ने सोमवार को देहरादून के छह लोगों को हिरासत में लिया। एसटीएफ सूत्रों ने बताया कि मूसेवाल की हत्या के सिलसिले में उत्तराखंड एसटीएफ और पंजाब एसटीएफ ने देहरादून पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में छह लोगों को हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए संदिग्ध सिद्धू मूस वाला की हत्या में कथित रूप से शामिल थे।
इसके साथ ही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल एक शख्स को गिरफ्तार किया है जिसने दावा किया है कि सिद्धू मूसेवाला को मारने का काम (सुपारी) उसे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई की तरफ से दिया गया था। पूछताछ में उसने बताया कि उन्होंने पहले भी सिद्धू को मारने की कोशिश की थी लेकिन तब सुरक्षाकर्मियों को देखकर ये लौट गए थे। आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक शाहरुख नाम का पकड़ा गया शख्स मूसेवाला की हत्या में शामिल नहीं था लेकिन उसने दावा किया कि गायक की हत्या की सुपारी उसे मिली थी लेकिन पर्याप्त हथियार नहीं होने की वजह से वह लौट आए थे।
कनाडा के गोल्डी बराड़ द्वारा हत्या की जिम्मेदारी लेने के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में तिहाड़ जेल में लॉरेंस बिश्नोई से भी पूछताछ शुरू कर दी है। बराड़ बिश्नोई का करीबी सहयोगी है, जिसके बारे में कहा जाता है कि वह गायक की हत्या में भी शामिल था। इस बीच, पंजाब पुलिस ने अपनी प्रारंभिक जांच में हत्या को एक अंतर-गिरोह प्रतिद्वंद्विता से जोड़ा है।
पंजाब पुलिस ने सिद्धू मूसेवाला के बाद अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। मानसा जिले के जवाहरके गांव में अज्ञात हमलावरों ने गायक की गोली मारकर हत्या कर दी। मानसा पुलिस स्टेशन में सिटी-1 में भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 307 और 341 और आर्म्स एक्ट की धारा 25 और 27 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
गायक की मौत पर आक्रोश के बीच, पंजाब उच्च न्यायालय ने सोमवार को सुरक्षा कम किए जाने को लेकर राज्य सरकार को नोटिस जारी किया है। भारत के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल सत्य पाल जैन ने बताया, उच्च न्यायालय ने सरकार से उन लोगों की संख्या पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी, जिनकी सुरक्षा कम या वापस ली गई थी और निर्णय का कारण क्या था। पंजाब सरकार को 2 जून को जवाब दाखिल करना है।