तेलंगाना: बेघर पशुओं के साथ क्रूरता का एक ऐसा मामला सामने आया है कि जिसे जानकर लोग हैरत में हैं। जानकारी के मुताबिक सिद्दीपेट जिले में करीब 100 बेघर कुत्तों को जहर का इजेक्शन देकर मार दिया गया है। इस बात की जानकारी बेघर पशुओं के लिए काम करने वाले एक कार्यकर्ता गौतम कुमार ने दी है।
उसने बताया कि सिद्दीपेट जिले के जगदेवपुर मंडल के थिगुल गांव के सरपंच और सचिव ने कथित तौर पर बेघर कुत्तों को पकड़ने के लिए एक पेशेवर आदमी को काम पर रखा, जिसने करीब 100 से अधिक कुत्तों को घातक इंजेक्शन देकर मार डाला है।
वहीं इस घटना के सामने आने के बाद पीपुल फॉर एनिमल्स इंडिया ने कुत्तों की सामूहिक हत्या की कड़ी निंदा करते हुए ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें एक गड्ढे में पड़े कुत्तों के शवों को दिखाया गया है। ट्वीट में लिखा है, "तेलंगाना के जगदेवपुर मंडल के गांव थिगुल में गांव के सरपंच द्वारा 100 बेघर और पालतू कुत्तों को मार डाला गया है।"
पीपुल फॉर एनिमल्स इंडिया ने लोगों से कुत्तों की हुई इस सामूहिक हत्या के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने और तेलंगाना के मुख्यमंत्री से गांव के सरपंच के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
सूचना के मुताबिक यह घटना कथित तौर पर 27 मार्च की बताई जा रही है। इस संबंध में हैदराबाद के एक एनजीओ ने सोमवार को जिला अधिकारियों के पास मामले में शिकायत दर्ज कराई।
बेघर पशुओं के लिए काम करने वाले एक एनजीओ के सदस्य गौतम कुमार ने घटना की जांच की मांग करते हुए सिद्दीपेट के कलेक्टर और पुलिस आयुक्त के पास शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की गई है।
शिकायतकर्ता के अनुसार बेघर कुत्तों के कथित सामूहिक हत्या का मामला तब सामने आया जब उन्हें छह साल के पालतू कुत्ते की मौत की सूचना मिली। जब गौतम उसकी मौत का कारण जानने के लिए गांव गया तो उसने पाया कि उस पालतू कुत्ते को अन्य बेघर कुत्तों के साथ जहर दिया गया था। मामले में स्थाननिय लोगों द्वारा भी पुष्टि की गई है कि बेघर कुत्तों की जहर का इंजेक्शन देकर सामूहिक हत्या की गई है।
इतना ही नहीं जांच में यह बात भी सामने आयी है कि कुत्तों के शवों को गांव के एक पुराने कुएं में फेंक दिया गया था। इसके साथ ही ग्रामीणों ने गौतम को यह भी बताया कि पिछले तीन महीनों में करीब 200 बेघर कुत्ते मारे गए हैं।
स्थानीय पुलिस द्वारा गांव के सरपंच और सचिव गांव के खिलाफ शिकायत पर कोई एक्शन न लेने के मामले में जब जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से जवाब मांगा गया तो उन्होंने कहा कि वह इस मामले की जांच करा रहे हैं।
मालूम हो कि यह पहली बार नहीं है जब सिद्दीपेट जिले में बेघर कुत्तों की इस तरह की हत्या की सूचना मिली है। इससे पहले भी साल 2019 में सिद्दीपेट शहर में नगरपालिका कर्मचारियों द्वारा लगभग 100 कुत्तों को मार दिया गया था और उस घटना के संबंध में पशु प्रेमियों ने गहरा आक्रोश व्यक्त किया था।
जानकारी के मुताबिक पशु क्रूरता निवारण अधिनियम की धारा 11(1)सी के अनुसार किसी भी जानवर (बेघर कुत्तों सहित) को क्रूर तरीके से जहर का इंजेक्शन देकर मारना एक गंभीर अपराध है। जिसके लिए जेल और जुर्माने का सख्त प्रावधान है।