पीएमएलएः रांची और धनबाद सहित 8 जगहों पर छापा, 750 करोड़ रुपये का घोटाला, ईडी ने की कार्रवाई
By एस पी सिन्हा | Updated: August 7, 2025 17:26 IST2025-08-07T17:24:38+5:302025-08-07T17:26:13+5:30
ranchi PMLA: केस की शुरुआत शिव कुमार देवरा नामक व्यक्ति की गिरफ्तारी के बाद हुई, जिसे मई 2025 में पकड़ा गया था। जुलाई 2025 में उसके खिलाफ आरोप पत्र भी दाखिल किया जा चुका है।

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रांचीः झारखंड में गुरुवार को ईडी ने रांची और धनबाद सहित 8 जगहों पर जीएसटी धोखाधड़ी मामले में छापेमारी की। यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत की गई। यह मामला फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) के जरिए 750 करोड़ रुपये के घोटाले से जुड़ा है, जिसमें शेल कंपनियों और अनधिकृत वित्तीय माध्यमों का इस्तेमाल किया गया था। रांची के पीपी कंपाउंड स्थित कृष्णा अपार्टमेंट में ईडी ने एक कारोबारी के फ्लैट पर छापा मारा। इसके अलावा, पांच से छह अन्य लोकेशनों पर भी छापेमारी की गई। सूत्रों के अनुसार, इस केस की शुरुआत शिव कुमार देवरा नामक व्यक्ति की गिरफ्तारी के बाद हुई, जिसे मई 2025 में पकड़ा गया था। जुलाई 2025 में उसके खिलाफ आरोप पत्र भी दाखिल किया जा चुका है।
ईडी को जांच में कई व्यक्तियों और फर्मों की संलिप्तता के प्रमाण मिले हैं, जो अवैध धन को वैध बनाने की प्रक्रिया में शामिल थे। इससे पहले भी ईडी ने मई में इसी मामले में छापेमारी की थी। अब जांच के नए सिरे से मिले सबूतों के आधार पर दोबारा कार्रवाई की गई है। जानकारी के मुताबिक ईडी की टीम ने धनबाद के पॉश इलाके आपनो घर सोसाइटी में छापा मारा।
यह छापेमारी झरिया के व्यापारी अमित अग्रवाल से जुड़े जीएसटी चोरी के मामले में की गई है, जिसकी अनुमानित राशि 200 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, अमित अग्रवाल पर फर्जी कंपनियों और बिलों के माध्यम से बड़े पैमाने जीएसटी चोरी कर सरकार को करोड़ों रुपये का चूना लगाने का आरोप है।
ईडी की टीमों ने आपनो घर के साथ-साथ झरिया स्थित उनके कई व्यावसायिक व आवासीय परिसरों पर एक साथ दबिश दी। तलाशी के दौरान कई संदिग्ध दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस और नकदी जब्त की गई है। ईडी की टीम द्वारा छानबीन देर शाम तक जारी रहने की संभावना है। मामले से जुड़े कई अन्य कारोबारी और बिचौलिए भी जांच के दायरे में आ सकते हैं।
जमशेदपुर के उद्योगपति ज्ञान जायसवाल के घर पर ईडी का छापा पड़ा। मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर ईडी की छह सदस्यीय टीम ने उनके आवास और कार्यालय में छापेमारी की। पहले भी जीएसटी घोटाला मामले में ज्ञान जायसवाल जेल जा चुके हैं। उस वक्त 1800 करोड़ का घोटाला सामने आया था।
ईडी ने आज बिष्टुपुर आवास, कदमा कार्यालय और आदित्यपुर में उनके कार्यालय पर एक साथ छापा मारा। वहीं रांची में कारोबारी कृष ठक्कर के ठिकानों पर छापेमारी की। इसके अलावा सरायकेला सहित आठ ठिकानों में छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया गया।