नागपुर:नागपुर स्टेशन से 6 माह के बालक राम को अगवा करने वाली महिला को शासकीय रेलवे पुलिस की टीम ने ट्रेन के सीसीटीवी फुटेज की मदद से 24 घंटे में पुसला वरुड़, अमरावती से धरदबोचा. उसे गिरफ्तार करके शुक्रवार को राम को माता-पिता उमाकांत एवं ललिता इंगले के हवाले किया गया. आरोपी महिला का नाम सूर्यकांता विश्वनाथ कोहरे (40), पुसला वरुड़ निवासी है. गौरतलब है कि राजूरा, अमरावती निवासी उमाकांत इंगले अपनी पत्नी ललिता, 5 वर्ष के बड़े बेटे एवं 6 माह के छोटे बेटे राम के साथ वरुड़, अमरावती से बुधवार-गुरुवार की देररात पौने दो बजे पुणे-हटिया ट्रेन से नागपुर पहुंचे.
उनके साथ कोच में आरोपी सूर्यकांता भी सफर कर रही थी. रास्ते में उनकी पहचान हो गई. सभी नागपुर स्टेशन पर उतर गए. रात करीब 3 बजे भूख लगने पर इंगले परिवार और आरोपी सूर्यकांता ने नाश्ता किया. इसके बाद सभी सो गए. सूर्यकांता सुबह करीब 7.30 बजे उमाकांत इंगले के 6 माह के राम को लेकर गायब हो गई. जागने पर इंगले परिवार राम को कहीं नजर नहीं आया.
वे उसे ढूंढने लगे और आखिर में रेलवे पुलिस थाने पहुंचे. रेलवे पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले. इसमें आरोपी महिला अपहृत बालक को गोद में लेकर प्लेटफॉर्म पर घूमती दिखी. इसके बाद वह नागपुर-वर्धा मेमू ट्रेन में सवार हो गई. लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी. फौरन ही शासकीय रेलवे पुलिस की अलग-अलग सात टीमें बनाई गई.
उन्हें वर्धा, बूटीबोरी, अमरावती, बडनेरा आदि इलाकों में आरोपी की तलाश के लिए भेजा गया. इस बीच रेलवे पुलिस ने नागपुर-वर्धा मेमू ट्रेन में लगे सीसीटीवी फुटेज चेक किए. इसमें आरोपी सूर्यकांता बच्चे के साथ नजर आई. इस ट्रेन के अगले स्टेशन पर नजर रखी गई.
आमतौर पर यह ट्रेन वरुड़ (वर्धा) में रुकती नहीं है. लेकिन गुरुवार को यह ट्रेन 9.34 बजे रुकी और इस स्टेशन को अमरावती का वरुड़ मानकर आरोपी स्टेशन पर उतर गई. यहां गांव में उसने लोगों से यह कहकर पैसे मांगे कि उसका पति शराबी है और मारता है. इसके बाद एक शख्स के मोबाइल से अपने पति को रिश्तेदार के बच्चे को लेकर जल्द ही पुसला आने की जानकारी दी.
इस बीच, रेलवे पुलिस भी आरोपी का पीछा करते हुए वरुड़(वर्धा) पहुंची और यहां पूछताछ में उसका पता चला. यह भी मालूम हुआ कि किसके मोबाइल से उसने बात की थी. इस मोबाइल नंबर के आधार पर रेलवे पुलिस शुक्रवार की दोपहर पुसला पहुंची और मोबाइल लोकेशन के आधार पर जाल बिछाकर सूर्यकांता और उसके पति विश्वनाथ को दबोच लिया. शाम को आरोपी और बच्चे को नागपुर स्टेशन के रेलवे पुलिस थाने लाया गया. यहां बच्चे को इंगले परिवार के हवाले किया गया.
दूसरी शादी से बच्चा नहीं होने का मलाल
आरोपी सूर्यकांता की दो शादियां हुई हैं. उसने पहले पति को छोड़ दिया था. उससे दो बेटियां हैं. पहले पति की मौत हो हो चुकी हे. हाल ही में उसने दूसरी शादी मूलत: मुलताई निवासी विश्वनाथ कोहरे से की है. कुछ दिन पहले ही वे पुसला वरुड़, अमरावती में रहने के लिए आए हैं. रेलवे पुलिस के मुताबिक, पहले पति की मौत और दोनों बेटियों से कोई संबंध न रहने से सूर्यकांता दूसरे पति से बच्चे की चाहत रखती है.
आपरेशन हो जाने से सूर्यकांता बच्चे को जन्म नहीं दे सकती. ऐसे में उसे बच्चा न होने का मलाल है. इससे सूर्यकांता द्वारा बालक राम का अपहरण करने का अनुमान लगाया जा रहा है. रेलवे पुलिस के मुताबिक अपहरण के बाद सूर्यकांता ने राम को अपना दूध भी पिलाया.
इनकी तत्परता रंग लाई
बालक राम को 24 घंटे में सकुशल उसके माता-पिता के हवाले करने में रेलवे पुलिस की टीम ने तत्परता दिखाई. रेलवे पुलिस के पुलिस अधीक्षक अक्षय शिंदे, उपविभागीय पुलिस अधिकारी पांडुरंग सोनावणे के मार्गदर्शन एवं जीआरपी थाना की थाना निरीक्षक मनीषा काशिद के नेतृत्व में सहायक पुलिस निरीक्षक के. आर. चौधरी, हवलदार संजय पटले, पुष्पराज मिश्रा, सिपाही अमोल हिंगणे, अली, रोशन मोगरे, अमित त्रिवेदी, प्रवीण, खंडारे, महेंद्र मानकर, चंद्रशेखर मदनकर, नीलेश अघम, विशाल शेंडे, सचिन गणवीर ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया.