नागपुर: क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर छह माह में डबल लौटाने का झांसा, चर्चित बिल्डर किशोर हंसराम झाम और बेटे सहित चार पर एफआईआर, करोड़ों की ठगी, ऐसे लोगों को फंसाया
By फहीम ख़ान | Published: August 25, 2023 10:42 AM2023-08-25T10:42:25+5:302023-08-25T10:43:46+5:30
नागपुरः किशोर हंसराम झाम (58) उसका बेटा देवांश झाम (21) मेडिकल चौक, अजनी, सतीश अंबादास लांडे (50) सोनेगांव तथा मंगल तिवारी (45) बालाभाऊ पेठ है. लकड़गंज निवासी 67 वर्षीय विनोद गुप्ता ग्लास के व्यापारी हैं.
नागपुर: क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने पर छह माह में दोगुना राशि लौटाने का झांसा देकर बिल्डर पिता-पुत्र द्वारा साथियों की मदद से करोड़ों की ठगी किए जाने का मामला सामने आया है. आर्थिक शाखा ने चार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
इनमें किशोर हंसराम झाम (58) उसका बेटा देवांश झाम (21) मेडिकल चौक, अजनी, सतीश अंबादास लांडे (50) सोनेगांव तथा मंगल तिवारी (45) बालाभाऊ पेठ है. लकड़गंज निवासी 67 वर्षीय विनोद गुप्ता ग्लास के व्यापारी हैं. उन्हें अपनी कामठी मार्ग की जमीन बेचनी थी. इस सिलसिले में उनकी एक परिचित के माध्यम से झाम से पहचान हुई.
झाम ने गुप्ता को बूटीबोरी ले जाकर अपनी 500 करोड़ की स्कीम होने का बताया. 2020 में कोविड संक्रमण के दौरान झाम ने रामनगर स्थित कार्यालय बुलाकर गुप्ता की अपने बेटे तथा अन्य दोनों आरोपियों से भेंट कराई. उन्होंने गुप्ता को क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने को कहा. छह माह के भीतर निवेश राशि डबल होने का झांसा दिया.
गुप्ता द्वारा इनकार करने पर झाम ने ‘गारंटी’ लेते हुए निवेश करने को कहा. उसने कर्नाटक के कथित हबीब को अपना मालिक बताते हुए उससे गहरे रिश्ते होने से नए ग्राहक लाने पर काफी कमीशन देने का झांसा दिया. आरोपियों ने उन्हें 11.38 लाख रुपए नकदी देने को कहा. रुपए नहीं होने पर गुप्ता ने अपने मित्र से उधार लेकर 11.38 लाख का निवेश किया.
इसके बाद से झाम, उसका बेटा तथा साथी गुप्ता को लैपटॉप पर कथित मुनाफा होने का दिखाते थे. आरोपियों ने वर्धा मार्ग के एक पॉश होटल में सेमिनार किया था. इसके बाद 15 सितंबर 2021 को गुप्ता ने अलग-अलग 95 लाख रुपए ऑनलाइन भेजे. बाद में 53.62 लाख रुपए नकदी दिए.
1 करोड़ 60 लाख का निवेश करने के बाद गुप्ता मुनाफा मिलने का इंतजार करने लगे. वे दिसंबर 2021 में आरोपियों के साथ हैदराबाद गए. वहां हबीब से मुलाकात होने पर उसने आरोपियों द्वारा चेक से भेजे गए रुपए ही मिलने का बताया. नगदी पैसों के संबंध में पूछने पर आरोपी टालमटोल करने लगे. इसके बाद गुप्ता को संदेह हुआ. उनके पैसों के संबंध में पूछने पर आरोपी टालमटोल करते रहे.
अप्रैल 2022 में आरोपियों ने कंपनी डूबना बताते हुए रुपए लौटाने का वादा किया. इसके बाद से गुप्ता द्वारा पैसों की मांग किए जाने पर आरोपी झूठे केस में फंसाकर जान से मारने की धमकी देते रहे. गुप्ता ने आर्थिक शाखा में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच आरंभ की है.
पुलिस अधिकारी पर कराई थी एफआईआर
सूत्रों के अनुसार इस रैकेट में गुप्ता सहित कई लोग शिकार हुए हैं. वह काफी समय से झाम के पास चक्कर काट रहे हैं. साल भर पहले एक पीड़ित के शिकायत करने पर कलमना पुलिस ने झाम से पूछताछ की थी. झाम ने उससे पैसे मांगने की शिकायत करते हुए एक पुलिस अधिकारी पर ही हफ्ता वसूली का मामला दर्ज कराया था. इससे झाम की पुलिस में पैठ होने का समझकर पीड़ित शांत हो गए थे. साइबर सेल के डीसीपी अर्चित चांडक ने झाम के पीड़ित लोगों को शिकायत दर्ज कराने की अपील की है.