'मेरे बेटे को जाति के कारण किया जाता था परेशान', IIT बॉम्बे में आत्महत्या करने वाले छात्र की मां ने पुलिस में दिया बयान
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: June 1, 2023 14:54 IST2023-06-01T14:50:33+5:302023-06-01T14:54:51+5:30
बॉम्बे आईआईटी के छात्र दर्शन सोलंकी के कथित खुदकुशी के प्रकरण में अब मृत दर्शन की मां ने पुलिस में बयान दर्ज करके बताया है कि उनके बेटे को आईआईटी के हॉस्टल में इसलिए परेशान किया जाता था क्योंकि वो दलित समुदाय से आता था।

'मेरे बेटे को जाति के कारण किया जाता था परेशान', IIT बॉम्बे में आत्महत्या करने वाले छात्र की मां ने पुलिस में दिया बयान
मुंबई: देश के प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में से एक बॉम्बे आईआईटी के छात्र दर्शन सोलंकी के कथित खुदकुशी के प्रकरण में अब मृत दर्शन की मां ने पुलिस में बयान दर्ज करके बताया है कि उनके बेटे को आईआईटी के हॉस्टल में इसलिए परेशान किया जाता था क्योंकि वो दलित समुदाय से आता था। दर्शन ने आत्महत्या से पहले अपनी मां से कहा था कि आईआईटी कैंपस में जाति के आधार पर छात्रों के बीच भेदभाव किया जाता है।
खबरों के अनुसार दर्शन सोलंकी की मां ने इस संबंध में बाकायदा पुलिस में बयान दर्ज कराते हुए कहा कि टेलीफोन पर हुई दर्शन के साथ बातचीत के दौरान उन्हें इस बात का पता चला था कि जब दर्शन के सहपाठियों को उसकी जाति के बारे में पता चला तो वह उसके साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते थे। सोलंकी की मां का यह बयान अब अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत पुलिस ने विशेष अदालत के समक्ष मंगलवार को दायर चार्जशीट में शामिल किया है।
चार्जशीट में सोलंकी को आत्महत्या के लिए उकसाने के लिए प्रमुख तौर पर उसके सहपाठी अरमान खत्री का नाम शामिल किया गया है। अरमान को पुलिस ने दर्शन को आत्महत्या के लिए उकसाने के कथित आरोप में गिरफ्तार किया था, लेकिन बाद में वो जमानत पर बाहर आ गया था।
अहमदाबाद के रहने वाले बी-टेक (केमिकल) पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष के छात्र दर्शन सोलंकी ने सेमेस्टर की परीक्षा समाप्त होने के एक दिन बाद 12 फरवरी, 2023 को मुंबई के पवई इलाके में स्थित आईआईटी के हॉस्टल में सातवीं मंजिल से कथित तौर पर कूदकर जान दे दी थी।
पुलिस ने दावा किया कि सोलंकी द्वारा कथित तौर पर धर्म विशेष के बारे में 'अपमानजनक' बातें कहने पर साथी छात्र अरमान खत्री ने जान से मारने की धमकी दी थी। सोलंकी की मां ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा कि दिसंबर 2022 में टेलीफोन पर बातचीत के दौरान सोलंकी ने अपनी बहन को बताया कि आईआईटी में जाति आधारित भेदभाव होता है।
इसके साथ ही दर्शन की मां ने अपने बयान में यह भी कहा है कि जनवरी 2023 में मकर संक्रांति की छुट्टी के दौरान सोलंकी ने घर आकर अपनी बहन से इसके बारे में व्यापक तौर से बात की थी। उसकी मां ने पुलिस को बताया कि 12 फरवरी को उसने दोपहर करीब 12 बजकर 20 मिनट पर दर्शन ने उनसे फोन पर बात की और कहा कि वह 14 फरवरी को घर आएगा।
लेकिन उसके ठीक दो घंटे बाद सोलंकी के पिता ने को फोन आया कि उनका बेटा गिर गया है। सोलंकी की बहन और चाची ने भी अपने बयानों में दावा किया कि उन्हें भेदभाव का सामना करना पड़ा और जब अन्य छात्रों को उनकी जाति के बारे में पता चला तो उनके व्यवहार में बदलाव देखा।
परिवार वालों का आरोप है कि आईआईटी कैंपस में कुछ छात्र हमेशा उसे बताते थे कि वह मुफ्त में आईआईटी में पढ़ रहा है। इस केस में पुलिस की ओर से दायर की गई चार्जशीट में कुछ छात्रों और प्रोफेसरों सहित कुल 55 गवाहों के बयान शामिल हैं।