Muzaffarpur sexual exploitation: खूब सैलरी देंगे, लालच देकर लड़कियों को दिया जॉब, गर्भवती होने पर कराया गर्भपात, दरिंदों ने बंधक बनाकर शारीरिक संबंध बनाए
By एस पी सिन्हा | Updated: June 17, 2024 17:27 IST2024-06-17T17:26:08+5:302024-06-17T17:27:41+5:30
Muzaffarpur sexual exploitation: लड़कियों के काम पर आने के बाद वहां मौजूद दरिंदों ने उन्हें बंधक बनाकर कई लड़कियों के साथ शारीरिक संबंध बनाया।

सांकेतिक फोटो
Muzaffarpur sexual exploitation: बिहार के मुजफ्फरपुर में नौकरी देने के नाम पर लड़कियों का यौन शोषण और उनका गर्भपात करा दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। दरअसल, एक गिरोह डीवीआर नाम की फर्जी मार्केटिंग कंपनी बनाकर सोशल मीडिया पर नौकरी देने का पोस्ट डालता था। इसमें लिखा जाता था कि आप इस कंपनी में जॉब करने में इच्छुक है तो आप हमसे संपर्क कर सकते हैं। आपको मोटी सैलरी भी दी जाएगी। नौकरियों का यह विज्ञापन सिर्फ लड़कियों के लिए था। वहीं इस सोशल मीडिया पोस्ट के बाद कई लड़कियों ने संपर्क किया। ज्यादा सैलरी दिये जाने का लालच देकर लड़कियों को नौकरी पर रखा गया। बताया जाता है कि लड़कियों के काम पर आने के बाद वहां मौजूद दरिंदों ने उन्हें बंधक बनाकर कई लड़कियों के साथ शारीरिक संबंध बनाया।
जब लड़कियां इसका विरोध करती थी तब उन्हें बेल्ट से बेरहमी से पीटा जाता था। जिसका कई वीडियो भी अब सामने आया है। जिसमें दिख रहा है कि बेल्ट से किस तरह से लड़की की पिटाई की जा रही है। हालांकि पिछले साल अहियापुर और सदर इलाके में छापेमारी कर पुलिस ने सभी लड़कियों को मुक्त कराया था। ज्यादातर तो लड़कियां थाने में शिकायत करना भी मुनासिब नहीं समझी।
लेकिन इसी में से एक छपरा जिले की लड़की ने थोड़ी हिम्मत दिखाई और सामने आई। उसने कथित कंपनी की एक फर्जी कर्मचारी पर मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करवा दिया। पीड़िता ने बताया कि फेसबुक पर महिलाओं के लिए जॉब ऑफर के पोस्ट के माध्यम से वह डीवीआर संस्था से जुड़ी जहां अप्लाई करने पर चयन होने के बाद प्रशिक्षण के नाम पर 20000 रूपये की मांग की गई।
उसने बताया कि 20000 रुपये जमा करने के बाद बहुत सारी लड़कियों के साथ अहियापुर थाना क्षेत्र में ही बखरी के निकट रखा गया। लगभग 3 महीना तक गुजर जाने के बाद भी जब सैलरी नहीं मिली तो उसने संस्था के सीएमडी तिलक सिंह के समक्ष अपनी बात रखी तब उसे यह बताया गया कि 50 और लड़कियों को संस्था से जोड़ने पर उसकी सैलरी 50 हजार कर दी जाएगी।
पीड़िता का कहना है कि मुजफ्फरपुर रहते हुए भी तिलक सिंह ने उसके साथ जोर जबर्दस्ती कर शारीरिक संबंध बनाया था। उस दौरान वह गर्भवती हुई थी। फिर तिलक सिंह ने दवा खिलाकर गर्भपात करा दिया। इस बीच कंपनी के चिटफंड होने का उसे एहसास हो गया था।
तो उसने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराना मुनासिब समझा क्योंकि वह नहीं चाहती थी कि जैसे उसकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया गया, वैसे किसी अन्य लड़कियों के साथ यह खिलवाड़ जारी रहे। वहीं पूरे मामले को लेकर एसडीपीओे- 2 नगर विनीता कुमारी ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।