जलपाईगुड़ी: पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी क्षेत्र में बीजेपी विधायक देबेंद्र नाथ रे की मौत पर प्रदर्शन करने को लेकर हिरासत में लिए गए बीजेपी नेताओं व कार्यकर्ताओं को पुलिस स्टेशन में मटन व चावस परोसने के मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं।
एचटी रिपोर्ट की मानें तो जेल में भाजपा कार्यकर्ताओं को मटन परोसने की खबर जैसे ही बाहर आई तो पुलिस के वरीय अधिकारियों ने मामले को रफा-दफा करने के लिए पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर इंचार्ज बिस्वरॉय सरकार को पूर्वी मिदनापुर के एक कोर्ट में बतौर इंस्पेक्टर ट्रांसफर कर दिया गया है।
इस मामले में प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता ने कहा कि हिरासत में लंबे समय तक रखने पर पुलिस लोगों को खाना खिलाती है। ऐसे में ये कोई नई बात नहीं है, उनसे उनकी पसंद पूछी गई थी। भाजपा कार्यकर्ताओं के पसंद के हिसाब से पुलिस ने उन्हें खाना दिया था।
भाजपा नेता का लटका मिला था शव-
बता दें कि पिछले दिनों पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर जिले के हेमताबाद से भारतीय जनता पार्टी के विधायक देवेंद्र नाथ रॉय का शव उनके ही गांव के पास लटका मिला था। इस घटना के बाद प्रदेशभर में हड़कंप मच गया था।
वहीं प्रदेश पार्टी का आरोप है कि बीजेपी विधायक की हत्या की गई है। बता दें कि देवेंद्र रे पिछले साल ही सीपीएम से बीजेपी में शामिल हुए थे। उन्होंने लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी की सदस्यता ली थी।
समाचार एजेंसी एएनआई ने बीजेपी पश्चिम बंगाल के हवाले से बताया था कि उत्तर दीनाजपुर की रिजर्व सीट हेमताबाद से बीजेपी विधायक देवेंद्र नाथ रे का शव उनके गांव के बिंदल में लटका हुआ मिला।
बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने की जांच की मांग-
बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि हम हेमाबाद के भाजपा विधायक देबेंद्र नाथ रे की हत्या की सीबीआई जांच की मांग करते हैं। तृणमूल कांग्रेस इस हत्या के पीछे है और उसने इसे आत्महत्या जैसा बना दिया है। मैं पश्चिम बंगाल के सीएम से अनुरोध करता हूं कि हत्या के पीछे की सच्चाई का पता लगाने के लिए सीबीआई जांच का आदेश दें।
इस मामले में पार्टी ने आगे कहा कि लोगों में इस बारे में स्पष्ट राय है कि उन्हें पहले मारा गया और फिर लटका दिया गया। वहीं, बीजेपी इसे लेकर सीबीआई जांच की मांग की है।