मुंबईः महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के वॉकहार्ट अस्पताल के आईसीयू वार्ड में कोरोना का एक 44 वर्षीय पुरुष मरीज भर्ती है, जिसका यौन उत्पीड़न करने का मामला सामने आया है। मामले के सामने आने के बाद 34 वर्षीय आरोपी डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। दरअसल, मामला 1 मई का है और आरोपी ने एक दिन पहले ही अस्पताल को ज्वॉइन किया था।
हालांकि, अग्रीपाड़ा पुलिस ने कहा कि आरोपी से पूछताछ नहीं की गई है और न ही उसे गिरफ्तार किया गया है क्योंकि उसको शक है कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकता है। आरोपी को ठाणे के एक अपार्टमेंट ब्लॉक में होम क्वारंटाइन किया गया है और उस पर नजर रखी जा रही है।
अस्पताल की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि आरोपी को बर्खास्त कर दिया है। आरोपी डॉक्टर का अस्पताल में ड्यूटी का पहला दिन था और उसकी एक दिन पहले ही ज्वॉइनिंग हुई थी। मामले की सूचना मिलने के बाद प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अस्पताल प्रशासन ने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी एक एमडी है और उसने नवी मुंबई के मेडिकल कॉलेज में अपनी मेडिकल शिक्षा पूरी की। 30 अप्रैल को उसकी अस्पताल में नौकरी लगी थी और इसी दिन मरीज को भर्ती किया गया था। कथित तौर पर घटना 1 मई (शुक्रवार) को सुबह साढ़े 9 बजे हुई।
पुलिस ने अस्पताल के एचआर की ओर से की गई शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा 377 (अप्राकृतिक अपराध), 269 (जीवन को खतरे में डालने वाली बीमारियों के संक्रमण फैलने की संभावना) और 270 के तहत मामला दर्ज किया है।
एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि शिकायत में कहा गया है कि आरोपी ने 1 मई को अस्पताल की 10वीं मंजिल पर आईसीयू में भर्ती मरीज के कमरे में गया और शारीरिक यौन उत्पीड़न और मारपीट की। इस दौरान मरीज ने विरोध भी किया और अलार्म बजा दिया, जिसके बाद बाहर तैनात कर्मचारी कमरे के अंदर गए, जिसके बाद पीड़ित ने अस्पताल के अधिकारियों को पूरे मामले के बारे में बताया।