दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाके में पुलिस और ऑटो ड्राइवर के बीच झड़प के मामले पर गृह मंत्री अमित शाह ने रिपोर्ट मांगी है। गृह मंत्रालय की ओर से दिल्ली के पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक से पूरे घटना पर रिपोर्ट मांगी गई है। दिल्ली पुलिस केंद्रीय गृह मंत्रालय के अंदर है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद गृह मंत्रालय ने इस पर कार्रवाई की है। दिल्ली पुलिस पर आरोप है कि उन्होंने ऑटो ड्राइवर और उसके नाबालिग बेटे को पीटा है। इस घटना के बाद दिल्ली के तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। घटना उत्तर-पश्चिम दिल्ली के मुखर्जी नगर की है।
घटना का वीडियो सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप), कांग्रेस और केंद्र में बीजेपी की सहयोगी अकाली दल ने दिल्ली पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं।
दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने की पूरी घटना की निष्पक्ष जांच की मांग
इस पूरे मामले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर दिल्ली पुलिस पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, 'मुखर्जी नगर में दिल्ली पुलिस की बर्बरता बहुत निंदनीय और अनुचित है। मैं पूरी घटना की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करता हूं। नागरिकों की सुरक्षा करने वालों को अनियंत्रित हिंसक गुंडों में बदलने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।'
जानें क्या है पूरा मामला
रविवार (16 जून) की शाम मुखर्जी नगर में टेम्पो ड्राइवर ने पुलिस वेन में टक्कर मार दी। इसके बाद दोनों में बहस शुरू हुई। ऑटो ड्राइवर ने ‘कृपाण’ (तलावर) निकाल ली और दिल्ली पुलिस के अफसर पर हमला कर दिया। पुलिस ने कहा कि ड्राइवर खतरनाक ढंग से ऑटो चला रहा था। उसके ऑटो से पुलिसकर्मी की पैर में चोट लगी थी। इसके बाद दर्जनभर पुलिस वाले ड्राइवर पर लात-घूंसे और लाठियां बरसाने लगे। आस-पास के लोगों ने इसका वीडियो बना लिया और उसको सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। जिसका वीडियो वायरल हो गया है।