15 साल से था फरार, पुलिस ने आखिरकार वॉशिंग मशीन के अंदर से किया गिरफ्तार
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: December 27, 2017 02:54 PM2017-12-27T14:54:32+5:302017-12-27T15:27:56+5:30
सरकारी कर्मचारियों को प्रमोशन और पोस्टिंग दिलाने के नाम पर की थी लाखों की ठगी।
15 साल से फरार चल रहे एक आरोपी को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है। हैरानी की बात तो यह है कि आरोपी को पुलिस ने वॉशिंग मशीन के अंदर से बरामद किया। असल में जिस समय मुंबई पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए उसके जुहू स्थित फ्लैट पहुंची तो पहले तो उसकी पत्नी ने पुलिस को घर में घुसने नहीं दिया लेकिन पुलिस के पास इस बात के पुख्ता सबूत थे कि आरोपी घर में ही छिपा है। इसके बाद पुलिस जब घर में तलाशी लेने लगी तो उन्हें आरोपी वॉशिंग मशीन के अंदर कपड़ों के बीच छिपा मिला।
कौन है आरोपी
आरोपी का नाम मनोज तिवारी है। वह पिछले 14 सालों से पुलिस की आंखों में धूल झोंकर भागा जा रहा था। 1999 से मनोज ने धोखेबाजी का काम करना शुरू कर दिया था। मनोज लोगों को अपनी बातों में फंसाकर एडमिशन और नौकरी के नाम ठगी करता था। कुछ छात्रों से मनोज ने बीएड में एडमिशन दिलाने की बात कही और मोटी रकम हड़प ली। इस बात शिकायत लेकर कुछ छात्र पुलिस के पास गए।
उस वक्त पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया लेकिन मनोज की वकील पत्नी ने उसे छुड़ा लिया। मनोज इसके बाद कोर्ट की तारीखों पर हाजिर नहीं हुआ। इसके बाद मनोज के नाम का वारंट निकला और पुलिस को सूचना मिली कि मनोज अपने घर में ही छुप कर बैठा है। देर शाम जब पुलिस मनोज के घर पहुंची तो पहले वकील पत्नी ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की लेकिन फिर पुलिस ने मनोज को ढूंढ ही निकाला।
मुंबई पुलिस ने बताया कि मनोज की पत्नी को भी पुलिस ने गुमराह करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस पूछताछ में मनोज के और भी कई धोखाधड़ी के खुलासे हुए है। मनोज ने पुणे में कई सरकारी कर्मचारियों को प्रमोशन और मनचाही जगह पर पोस्टिंग दिलाने की बात कहकर उनसे लाखों रुपये ठगे थे।