सांगलीः महाराष्ट्र में एक ही परिवार के नौ सदस्य घर में मृत मिले है। पुलिस ने आत्महत्या की आशंका जताई। मिराज तालुका के म्हैसाल में डॉक्टर दंपति के घर में एक ही समय में जहर खाकर नौ लोगों की आत्महत्या की चौंकाने वाली घटना सोमवार दोपहर सामने आई। डॉक्टर दंपति के घर में छह और दूसरी मंजिल पर तीन शव मिले।
राज्य की राजधानी मुंबई से 350 किलोमीटर दूर सांगली जिले के म्हैसाल में एक घर में शव मिले। सांगली के पुलिस अधीक्षक दीक्षित गेदाम ने कहा, ‘‘हमें एक घर में नौ शव मिले हैं। तीन शव एक जगह मिले, जबकि छह अन्य अलग-अलग जगहों पर पाए गए।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या यह सामूहिक आत्महत्या का मामला है, उन्होंने कहा कि पुलिस मौके पर मौजूद है और सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्हें आशंका है कि यह आत्महत्या का मामला है। हालांकि, पोस्टमॉर्टम के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा। अधिकारी ने यह भी कहा कि उन्हें आशंका है कि परिवार के लोगों ने कोई जहरीला पदार्थ खाकर जान दी।
सामूहिक आत्महत्या की घटना से पूरा मिराज तालुका हिल गया है। मौके पर पुलिस जांच चल रही है और अधिक जानकारी मांगी जा रही है। पुलिस ने संदेह व्यक्त किया है कि कर्ज के बंधन में बंधने के कारण परिवार ने सामूहिक आत्महत्या की है।
आत्महत्या करने वालों में पोपट यल्लप्पा वनमोर (उम्र 52), संगीता पोपट वनमोर (48), अर्चना पोपट वनमोर (30), शुभम पोपट वनमोर (28), माणिक यालप्पा वनमोर (49), रेखा माणिक वनमोर (45) और आदित्य शामिल हैं। माणिक वन (15), अनीता माणिक वनमोर (28) और अक्कताई वनमोर (72) हैं।
मौके से मिली जानकारी के अनुसार डॉ. वनमोर को अपने परिवार के साथ महिसाल में नरवाड़ रोड के पास अंबिका नगर चौक पर मौजूद रहता है। परिवार का एक घर अंबिकानगर में और दूसरा राजधानी कॉर्नर में है।
सोमवार सुबह से ही दोनों घरों के दरवाजे नहीं खुले थे। पड़ोसियों ने दरवाजा खोला तो एक ही घर में छह लोगों ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। तीनों के शव बाद में दूसरे घर में मिले। पता चला कि एक ही परिवार के नौ सदस्यों ने जहरीली दवा खाकर खुदकुशी कर ली है।
ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। जिला पुलिस अधीक्षक दीक्षित कुमार गेदाम, पुलिस उपाधीक्षक अशोक वीरकर और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा दुबुले सहित मिराजगांव पुलिस की एक टीम ने मौके का दौरा किया।