मध्य प्रदेश: इंदौर के अस्पताल में बदला दो नवजातों का शव, लापरवाही में नर्स निलंबित, तीन चिकित्सकों को नोटिस, जानिए पूरा मामला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 7, 2023 10:46 AM2023-07-07T10:46:22+5:302023-07-07T10:51:21+5:30
मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित शासकीय महाराजा तुकोजीराव चिकित्सालय (एमटीएच) में अस्पताल कर्मचारियों ने दो नवजात शिशुओं के शव बदलकर परिजनों को सौंप दिया।
इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित शासकीय महाराजा तुकोजीराव चिकित्सालय (एमटीएच) में इलाज में कथित लापरवाही के चलते नवजात शिशुओं की मौत को लेकर मचा बवाल अभी थमा भी नहीं था कि एक और बेहद गंभीर गड़बड़ी सामने आई है। चिकित्सा शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि एमटीएच कर्मचारियों ने दो नवजात शिशुओं के शव बदलकर उन्हें परिजनों को सौंप दिया। जिसके बाद मामले में लापरवाही की दोषी एक नर्स को निलंबित कर दिया गया है, जबकि तीन चिकित्सकों को नोटिस जारी करके जवाब तलब किया गया है।
एमटीएच इंदौर के शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के अधीन है। इस संबंध में महाविद्यालय के डीन डॉक्टर संजय दीक्षित ने शुक्रवार को समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा, “एमटीएच में खरगोन के एक परिवार की नवजात लड़की का शव उज्जैन के एक परिवार के नवजात लड़के के शव से बीते गुरुवार को बदल दिया गया और इन शवों को परिजनों को सौंप दिया गया।”
डॉक्टर दीक्षित के अनुसार मामले में शिकायत के बाद जांच की गई तो प्रारंभिक तौर पर इस घोर लापरवाही की जिम्मेदार एमटीएच की नर्स मुस्कान राठौर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि विषय की गंभीरता को देखते हुए एमटीएच के स्त्री रोग विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर नीलेश दलाल, शिशु रोग विभाग की अध्यक्ष डॉक्टर प्रीति मालपानी और नवजात बच्चों की विशेष देखभाल इकाई (एसएनसीयू) के प्रभारी डॉक्टर सुनील आर्य को नोटिस जारी किया गया है।
खबरों के अनुसार जारी की गई नोटिस में पूछा गया है कि नवजात ते शवों की अदला-बदली को लेकर उनके खिलाफ विभाग क्यों न अनुशासनात्मक कदम उठाए? बताया जा रहा है कि अस्पताल प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारियों को जैसे ही इस गलती के बारे में पता चला। उन्होंने फौरन संबंधित परिवारों को आनन-फानन में फोन किया और शवों मंगवाकर इस गलती को सुधारा।
बताया जा रहा है कि न केवल इंदौर बल्कि पूरे सूबे में एमटीएच की गिनती जच्चा-बच्चा की देखभाल और इलाज करने वाले सबसे बड़े अस्पताल के तौर पर होती है। लेकिन इस तरह की लापरवाही के कारण लोग अस्पताल के प्रशासन और प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़ा कर रहे हैं।