उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोसाईंगंज थाने के 2 दरोगा ने शनिवार को एक फ्लैट में घुसकर 1.85 करोड़ रुपए की लूट को अंजाम दिया। यह लूट एक कारोबारी के फ्लैट में घुसकर बंदूक के दम पर की गई। पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।
जानकारी मिलने पर एसएसपी कलानिधि नैथानी ने दो दरोगा, एक मुखबिर और उनके चार अज्ञात साथियों के खिलाफ बंधक बनाकर डकैती की रिपोर्ट दर्ज करवाई। दोनों दरोगा को निलंबित कर दिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। रुपए से भरा बैग लेकर फरार हुए अज्ञात सहयोगिंयों की तलाश जारी है।
कालाधन पकड़ने के बहाने की थी छापेमारी
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, गोसाईंगंज थाने के दरोगा आशीष तिवारी, पुलिस लाइंस में तैनात एसआई पवन मिश्रा, मुखबिर मधुकर मिश्रा सहित अन्य चार लोग शनिवार सुबह सरसवां स्थित ओमेक्स सिटी के फ्लैट नंबर 104 में कालाधन पकड़ने के लिए छापेमारी के बहाने घुस गए।
फ्लैट में मौजूद खनन कारोबारी सुलतानपुर निवासी अंकित अग्रहरि, अश्वनी पांडेय, बल्दीखेड़ा गोसाईंगंज के अभिषेक वर्मा, अमेठी के अभिषेक सिंह, ग्वालियर के जितेंद्र तोमर, सचिन, रुदौली के कुलदीप और शुभम गुप्ता को गन पॉइंट पर ले लिया। तलाशी लेने पर फ्लैट में रुपए से भरे दो बॉक्स और एक अवैध पिस्टल मिली।
खनन कारोबारी ने कही ये बात
खनन कारोबारी अंकित अग्रहरि ने पुलिस का बताया कि पुलिस ने एक बक्से से रुपए बैग में भरे और मधुकर उसे लेकर फ्लैट से निकल गया। जब हमने इसका विरोध किया तो सभी को बुरी तरह पीटा गया। इसके बाद पवन ने अहिमामऊ चौकी प्रभारी प्रेमशंकर पांडेय को अवैध पिस्टल की जानकारी देकर फ्लैट पर बुलाया, लेकिन चौकी प्रभारी ने आरोपियों को थाने ले जाने को कहा। पवन और आशीष सभी को बाकी रकम और पिस्टल के साथ थाने ले आए।
फ्लैट में रखे थे 3.38 करोड़ रुपए
बड़ी रकम देखकर पुलिस ने आयकर विभाग के अफसरों को सूचना दी। अधिकारी थाने पहुंचे तो अंकित ने बताया कि फ्लैट में 3.38 करोड़ रुपये रखे थे। यह रकम उन्हें बांदा में अपने खदान पर पहुंचानी थी, लेकिन पुलिस ने एक बक्से से काफी रकम लूट ली। गिनती करने पर दोनों बक्सों में 1.53 करोड़ रुपये मिले।