कोट्टायम, 15 सितंबर: केरल में एक नन के कथित बलात्कार मामले में मिशनरीज ऑफ जीसस संस्था से क्लीन चीट मिलने के बाद आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बिशप मुलक्कल ने एक सर्कुलर में कहा, 'मेरी अनुपस्थिति में मोन्साइनोर मैथ्यू कोक्कन्डम सामान्य रूप से ही डायोसिस का प्रशासन देखेंगे।'
यह सर्कुलर 13 सितंबर को जारी किया गया। इससे एक दिन पहले केरल पुलिस ने 19 सितंबर को उन्हें जांच टीम के समक्ष पेश होने को कहा था। सर्कुलर में बिशप ने कहा कि मामले की जांच कर रही पुलिस द्वारा उनके खिलाफ एकत्रित किए गए सबूतों में 'बहुत से विरोधाभास' हैं।
बता दें कि नन के बलात्कार के आरोपों की जांच का सामना कर रहे बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने जालंधर डायोसीस की अपनी प्रशासनिक जिम्मेदारी एक वरिष्ठ पादरी को सौंप दी है। बिशप मुलक्कल ने एक सर्कुलर में कहा, 'मेरी अनुपस्थिति में मोन्साइनोर मैथ्यू कोक्कन्डम सामान्य रूप से ही डायोसीस का प्रशासन देखेंगे।'
यह सर्कुलर 13 सितंबर को जारी किया गया। इससे एक दिन पहले केरल पुलिस ने 19 सितंबर को उन्हें जांच टीम के समक्ष पेश होने को कहा था।
मुलक्कल के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के लिए पुलिस पर बढ़ रहे दबाव के बीच बिशप को समन भेजने का फैसला महानिरीक्षक (एर्णाकुलम रेंज) सखारे की अध्यक्षता में हुई एक बैठक के बाद लिया गया। इस बैठक में कोट्टायम जिला पुलिस अधीक्षक हरिशंकर और वायकॉम के पुलिस उपाधीक्षक के।सुभाष भी शामिल थे।
नन ने हाल ही में न्याय के लिए वेटिकन के तत्काल हस्तक्षेप और जालंधर डायोसीस के प्रमुख के पद से उनको हटाए जाने की मांग की थी।
नन ने आरोप लगाया था कि बिशप मुलक्कल अपने खिलाफ चल रहे मामले को दबाने के लिए “राजनीतिक और पैसों की ताकत” का इस्तेमाल कर रहे हैं।
वहीं पीड़िता के भाई ने कहा कि मिशनरीज ऑफ जीसस ने शुक्रवार को मेरी बहन की फोटो और लेटर को जारी किया। मैं इसकी निंदा करता हूं। यह बेहद शर्मनाक है। वे हमारी बहन को प्रताड़ित करना चाहते हैं।
समाचार एजेंसी के मुताबिक इस मामले में पीड़िता के भाई ने कहा 'मिशनरीज ऑफ जीसस ने मेरी बहन की फोटो और लेटर को जारी किया है। मैं इस बात कि निंदा करता हूं। यह काफी शर्मनाक है। वह मेरी बहन को प्रताड़ित करना चाहते हैं।
केरल पुलिस ने एक नन से बलात्कार के आरोपी एवं जालंधर क्षेत्र के बिशप फ्रैंको मुल्लकल को 19 सितंबर को जांच टीम के समक्ष पेश होने को कहा है। पुलिस महानिरीक्षक विजय साखरे ने बुधवार को यह जानकारी दी।
मुल्लकल के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के लिए पुलिस पर बढ़ रहे दबाव के बीच एर्नाकुलम क्षेत्र के आईजी साखरे की अध्यक्षता में हुई एक बैठक के बाद बिशप को तलब करने का फैसला लिया गया।
नन ने हाल ही में न्याय के लिए वेटिकन (ईसाइयों की सर्वोच्च संस्था) से फौरन हस्तक्षेप करने की मांग की थी। उन्होंने फ्रैंको को हटाने की मांग करते हुए कहा था कि चर्च सच्चाई के प्रति आंखें क्यों मूंदे हुए है, जबकि उन्होंने अपनी पीड़ा सार्वजनिक करने का साहस दिखाया है।
नन ने बिशप पर आरोप लगाया है कि उसने 2014 से 2016 के बीच उसका कई बार बलात्कार किया। हालांकि, बिशप ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इन्हें बेबुनियाद और गढ़ा हुआ बताया है।