उत्तर प्रदेश के कासगंज में शनिवार (27 जनवरी) को लगातार दूसरे दिन हिंसा और आगजनी जा रही है। उपद्रवियों ने दो बसों में आग लगा दी। प्रशासन ने जिले की सीमाएं सील कर दी हैं। वहीं शहर में जिंदा बम मिलने से सनसनी फैल गई है। उधर बढ़ते तनाव की वजह से कासगंज से आ रही साध्वी प्राची को पुलिस ने सिकंदराराऊ में ही रोक लिया है। इसके चलते वे पुलिस के खिलाफ अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठी हैं।
शुक्रवार (26 जनवरी) को दो समुदायों के बीच हुई हिंसा मामले में पुलिस ने नौ अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। यूपी पुलिस ने ट्वीट करके बताया कि अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है। वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को ट्वीट करके पुलिस को उपद्रवियों के संग कड़ाई से पेश आने का निर्देश दिया। सीएम आदित्यनाथ ने जनता से भी शांति और सौहार्द्र बनाए रखने की अपील की है। हिंसा के बाद इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें दोनों समुदाय के लोग शामिल हैं।
तनाव के कारण शनिवार को कासंगज बाजार की ज्यादातर दुकानें बंद हैं। पुलिस ने मिलीजुली आबादी वाले इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी है। हिंसा में गोली चलने से मारे गये चंदन गुप्ता का शनिवार को अंतिम संस्कार किया गया। सांसद राजवीर सिंह ने वैश्य सभा के जिलाध्यक्ष की सीएम योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात करायी जिसके बाद गुप्ता के परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए।