उत्तर प्रदेश के जनपद कासगंज में 26 जनवरी को हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने हिंसा में मारे चंदन गुप्ता के पिता सुशील गुप्ता को पुलिस सुरक्षा दी गई है। चंदन गुप्ता के पिता को जान से मारने की धमकी मिली थी, जिसके बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा दी गई है। चंदन के पिता का आरोप है कि 1 फरवरी की शाम बाइक सवार तीन लोगों ने उनको धमकी दी है। इसके बाद चंदन गुप्ता के परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
चंदन के पिता ने पुलिस से शिकायत की थी कि कुछ लोग उन्हें धमकी दे रहे हैं। पिता सुशील गुप्ता ने आत्मरक्षा के लिए बंदूक का लाइसेंस देने की भी मांग की है। सुशील गुप्ता के मुताबिक 1 फरवरी की शाम बाइक पर आए तीन युवकों ने उनसे टकराने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी।
पुलिस ने अब तक की कार्यवाही के दौरान एक डीबीबीएल बन्दूक, दो कारतूस, एक एसबीबीएल देशी व चार कारतूस तथा आठ खोखा कारतूस बरामद बरामद किए गए हैं। इस घटना के संबंध में चिन्हित व्यक्तियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दबिशें दी जा रही हैं। इस सम्बन्ध में डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि कासगंज के हालात पूरी तरह सामान्य हैं। मुख्यालय से भेजे गए आईजी डीके ठाकुर को भी वापस बुलाया जा रहा है। हिंसा की सभी घटनाओं के दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बता दें कि इस हिंसा को लेकर सीएम योगी काफी सख्त हैं। मामले की सही से जांच हो इस वजह सोमवार 29 जनवरी को कासगंज के एसपी सुनील कुमार सिंह को हटाकर पीयूष श्रीवास्तव को तैनात कर दिया गया था। पीयूष श्रीवास्तव पुलिस अधीक्षक पीटीएस मेरठ में तैनात थे। एसपी सुनील कुमार सिंह को मेरठ भेज दिया गया है।