बेंगलुरु, मुंबई और गोवा में 50 परिसरों पर छापा, 1300 करोड़ रुपये से अधिक की काली कमाई का पता चला, 24 करोड़ मूल्य के सोने के आभूषण जब्त
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 17, 2022 08:17 PM2022-11-17T20:17:00+5:302022-11-17T20:18:30+5:30
सीबीडीटी ने कहा, “अब तक हुई छापेमारी में 1,300 करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाब आय का पता चला है। नकदी के रूप में मिली इस अघोषित संपत्ति के अलावा 24 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के सोने के आभूषण भी जब्त किए गए हैं।”
नई दिल्लीः केंद्रीय प्रत्यक्ष कर विभाग (सीबीडीटी) ने बृहस्पतिवार को बताया कि आयकर विभाग ने हाल में कर्नाटक में छापेमारी करने के बाद 1,300 करोड़ रुपये से अधिक की काली कमाई का पता लगाया है। सीबीडीटी के अनुसार यह छापेमारी कर्नाटक में कुछ रियल एस्टेट डेवलपर्स के साथ साठगांठ करने वालों के खिलाफ की गई।
ये छापेमारी 20 अक्टूबर और दो नवंबर को बेंगलुरु, मुंबई और गोवा में करीब 50 परिसरों पर की गई थी। सीबीडीटी ने कहा, “अब तक हुई छापेमारी में 1,300 करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाब आय का पता चला है। नकदी के रूप में मिली इस अघोषित संपत्ति के अलावा 24 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के सोने के आभूषण भी जब्त किए गए हैं।” सीबीडीटी आयकर विभाग के लिए नीति बनाता है।
मुंबई स्थित मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर के परिसरों पर छापेमारी
आयकर विभाग ने कर चोरी के कथित मामले की जांच के तहत बुधवार को मुंबई स्थित मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर के परिसरों पर छापेमारी की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर मुंबई के अलग-अलग हिस्सों में चिकित्सा जांच एवं निदान केंद्र चलाती है। सूत्रों ने बताया कि आयकर विभाग ने कंपनी के मुंबई स्थित परिसरों की तलाशी ली।
मामले में कंपनी की प्रतिक्रिया का इंतजार है। मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर चिकित्सा जांच एवं निदान के क्षेत्र की प्रमुख कंपनी है। उसने पिछले सप्ताह 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही में कर को छोड़कर 40.5 करोड़ रुपये का समेकित लाभ होने की जानकारी दी थी।
लग्जरी घड़ियों के दो प्रमुख विक्रेताओं के परिसरों की तलाशी
आयकर विभाग ने कर चोरी के एक मामले में लग्जरी घड़ियों के दो प्रमुख विक्रेताओं के परिसरों की तलाशी ली है। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि आयकर विभाग की टीम ने सोमवार को कपूर वॉच कंपनी और जॉनसन कंपनी एवं उनके प्रवर्तकों के परिसरों पर छापेमारी की कार्रवाई शुरू की। तलाशी अभियान के दौरान कंपनियों के बही-खातों एवं बिक्री रसीदों के अलावा अन्य कागजात की पड़ताल की।
इनपर कई लाख रुपये की लग्जरी घड़ियों की बिक्री में कर चोरी के आरोप लगे हैं। घड़ी विक्रेताओं से संपर्क साधने की कोशिश की लेकिन भेजे गए ईमेल एवं फोन कॉल के कोई जवाब नहीं मिले। इन दोनों कंपनियों के शोरूम दिल्ली के प्रमुख बाजारों में हैं जहां पर लग्जरी घड़ियों की बिक्री की जाती है।