कानपुर: उत्तर प्रेदश पुलिस ने 3 जून को जुमे की नमाज के बाद कानपुर में हुई हिंसा में शामिल 40 संदिग्ध लोगों का पोस्टर जारी किया है। कानपुर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार यह पोस्टर जारी किया है। पोस्टर में लिखा है- दिनांक 3 जून 2022 को हुई घटना के संदिग्ध व्यक्ति। साथ में पुलिस ने यह भी लिखा है कि उपरोक्त व्यक्तियों के बारे में सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
बीते रविवार को पुलिस ने कानपुर हिंसा के पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जबकि अन्य चार को विशेष मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया था, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। कानपुर पुलिस के मुताबिक रविवार को पांच अन्य आरोपियों की गिरफ्तारियों के साथ गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या अब तक 29 हो गई है, जबकि 100 से अधिक आरोपियों की पहचान हो चुकी है।
जिन 4 आरोपियों को कोर्ट के द्वारा 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है उनमें हिंसा का मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी भी शामिल है। आपको बता दें कि भाजपा से निलंबित नेता नुपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद पर की गई कथित विवादास्पद टिप्पणी के खिलाफ निकाले गए प्रदर्शन के दौरान कानपुर की नई सड़क में दो समुदाय के बीच हिंसा भड़क गई।
मामले में दर्ज एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि एमएमए जौहर फैंस एसोसिएशन के प्रमुख हयात जफर हाशमी, यूसुफ मंसूरी, अमीर जावेद अंसारी और अन्य के साथ दादा मियां चौराहे पर एकत्र हुए और दुकानदारों को अपनी दुकानें बंद करने के लिए मजबूर करते हुए यतीमखाना इलाके की ओर गये जिससे अराजकता फैल गई।
एक अन्य प्राथमिकी में यह भी दर्ज की है कि सैकड़ों मुसलमानों ने लाठी, लोहे की सरिया और घातक हथियारों से दूसरे समुदाय के लोगों पर हमला किया, उनकी हत्या के इरादे से पेट्रोल बम और पत्थर फेंके। प्राथमिकी में आरोपी के रूप में`हजारों अज्ञात व्यक्तियों की भीड़' का उल्लेख है।