आतंकी संगठन अलकायदा का स्लीपर सेल झारखंड?, 300 से ज्यादा लोग हैं अलकायदा संपर्क में, एटीएस ने किया सनसनीखेज खुलासा

By एस पी सिन्हा | Updated: August 12, 2025 15:07 IST2025-08-12T15:06:24+5:302025-08-12T15:07:45+5:30

आतंकी संगठन अलकायदा झारखंड मॉड्यूल को पूरी तरह से नेस्तनाबूद करने की तैयारी की जा रही है।

Jharkhand sleeper cell terrorist organization Al Qaeda More than 300 people contact Al Qaeda ATS makes sensational disclosure | आतंकी संगठन अलकायदा का स्लीपर सेल झारखंड?, 300 से ज्यादा लोग हैं अलकायदा संपर्क में, एटीएस ने किया सनसनीखेज खुलासा

Al Qaeda

Highlights अनुमान के अनुसार करीब 300 से ज्यादा लोग झारखंड में अलकायदा से संपर्क में बताए जा रहे हैं।पिछले दिनों खुलासा हुआ था कि झारखंड के जंगलों में अलकायदा की नींव रखी जाने वाली थी। राजधानी रांची और लातेहार जिले में आतंकी ट्रेनिंग सेंटर खोलने की तैयारी कर ली थी।

रांचीः झारखंड आतंकी संगठन अलकायदा के लिए पनाहगाह बनता जा रहा है। कोडरमा की शमा परवीन को बेंगलुरु से अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) से जुड़े होने के आरोप में गुजरात एटीएस ने गिरफ्तार किया था। इसके पहले भी झारखंड के विभिन्न जिलों से करीब-करीब दस लोगों को आतंकी संगठन अलकायदा से संपर्क रखने के मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। आतंक की जड़ें कितनी गहरी हैं और कहां-कहां तक फैली हैं, इसका खुलासा परत-दर-परत लगातार खुलता जा रहा है। एक अनुमान के अनुसार करीब 300 से ज्यादा लोग झारखंड में अलकायदा से संपर्क में बताए जा रहे हैं।

इस बात का पिछले दिनों खुलासा हुआ था कि झारखंड के जंगलों में अलकायदा की नींव रखी जाने वाली थी। लेकिन झारखंड एटीएस ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। अब एटीएस ने इसे नेस्तनाबूद करने की पूरी तैयारी कर ली है। सूत्रों के अनुसार आतंकी संगठन अलकायदा झारखंड मॉड्यूल को पूरी तरह से नेस्तनाबूद करने की तैयारी की जा रही है।

पूर्व में गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों की सूचना पर झारखंड एटीएस की टीम ने करीब 300 से ज्यादा संदिग्धों को रडार पर रखा है जो तथाकथित रूप से स्लीपर सेल के तौर पर काम कर रहे हैं। ऐसे दर्जनों संदिग्धों को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया जा चुका है। पुलिस सूत्रों की मानें तो अलकायदा ने झारखंड की राजधानी रांची और लातेहार जिले में आतंकी ट्रेनिंग सेंटर खोलने की तैयारी कर ली थी।

कई लोगों की गिरफ्तारी के बावजूद अलकायदा के लिए भारत में काम करने वाले संगठन अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) झारखंड में अपना मॉड्यूल तैयार करने में जुटा है। युवाओं को अपने संगठन से जोड़ने की कोशिशों में है। इन युवाओं को झारखंड के ही जंगलों में ट्रेनिंग देने की भी तैयारी कर रखी है।

हालांकि, झारखंड के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मिलकर अलकायदा के नेटवर्क से संबद्ध शाहबाज अंसारी को पिछले दिनों लोहरदगा में उसके एक रिश्तेदार के यहां से गिरफ्तार किया। उसकी गिरफ्तारी के बाद एक्यूआईएस की जो प्लानिंग सामने आ गई, उसने पुलिस अधिकारियों को भी सन्न कर दिया।

उसने बताया कि रांची के चान्हो और लातेहार के चंदवा बॉर्डर पर नकटा पहाड़ को आतंकी ट्रेनिंग सेंटर बनाने के लिए चिह्नित किया था। ऐसे में झारखंड में अलकायदा के इंडियन सबकॉन्टिनेंट संगठन के कौन-कौन से स्लीपर सेल अभी भी सक्रिए हैं, इसकी गहराई से जांच चल रही है।

यह तो साफ हो चुका है कि आतंकी संगठन अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआइएस) झारखंड में भी अपना माड्यूल तैयार करने में लगा हुआ है। जांच में यह बात सामने आई है कि झारखंड के गरीब तबके के युवाओं को तकरीर के जरिये ब्रेनवॉश कर उन्हें संगठन से जोड़ा जा रहा है।

झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि हाल में ही रांची के चान्हो के रहने वाले संदिग्ध आतंकी शाहबाज को गिरफ्तार किया गया था। शाहबाज से पूछताछ में भी कई महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ लगी हैं। जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि आतंकी संगठन अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआइएस) के झारखंड माड्यूल को लेकर टेक्निकल सर्विलांस लगातार जारी।

वहीं एटीएस की ओर से रांची समेत राज्य के कई इलाकों के 10 से 15 संदेही को नोटिस देकर उनसे पूछताछ की गई है। इसके अलावा अन्य संदेही को नोटिस जारी कर पूछताछ की तैयारी भी की जा रही है। डीजीपी के अनुसार उनका मकसद साफ है कि हर हाल में अलकायदा के झारखंड मॉड्यूल को ध्वस्त करना है।

उन्होंने बताया कि ऐसे सभी जो संदेह के घेरे में हैं उनके मोबाइल से लेकर तमाम बैंक खाते भी खंगाले जा रहे हैं। जितने लोग भी संदेह में है सब पर नजर रखी जा रही है। अनुराग गुप्ता ने बताया कि एक्यूआईएस ने चान्हो और नकटा पहाड़ के घने जंगलों में आतंकियों को ट्रेनिंग देने की तैयारी शुरू कर दी थी। बकाया हथियार भी मंगाए जा रहे थे।

लेकिन शाहबाज से मिले इनपुट के आधार पर एटीएस ने अपनी जांच तेज कर दी है। एटीएस की एक टीम नकटा पहाड़ के घने जंगलों में जांच के लिए जाएगी। वहां आतंकियों की ट्रेनिंग के लिए कैंप खोलने में कौन लोग उनकी मदद कर रहे थे, उनका भी पता लगाया जाएगा। डीजीपी ने बताया कि शहबाज की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के दौरान पता चला कि रांची, जमशेदपुर, गुमला और लोहरदगा के कुछ युवाओं को अलकायदा सरगना कटकी आतंकवाद का प्रशिक्षण दे चुका है।

अब्दुल रहमान कटकी पर रांची के चान्हो, लोहरदगा और गुमला में सभा कर युवाओं को देशद्रोह के लिए भड़काने का भी आरोप है। अलकायदा का झारखंड मॉड्यूल तैयार करने के मामले में रांची के डॉ इश्तियाक अहमद, हजारीबाग के फैजान अहमद, लोहरदगा के इल्ताफ अंसारी के अलावा राजधानी रांची के चान्हो के रहने वाले मो मोदब्बिर, मो रिजवान, मुफ्ती रहमतुल्लाह मजहिरी, मतिउर रहमान, एनामुल अंसारी और शाहबाज को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से कई लोगों की अलकायदा के मास्टरमाइंड कटकी से मुलाकात हो चुकी है।

अलकायदा के झारखंड मॉड्यूल को डॉक्टर इश्तियाक अहमद तैयार कर रहा था। डॉक्टर इश्तियाक अलकायदा से कैसे जुड़ा यह भी जांच में सामने आ चुका है। डॉक्टर अब्दुल रहमान कटकी के कोर ग्रुप से ही अलकायदा के संर्पक में आया। करीब पांच साल से डॉक्टर कटकी के ग्रुप के संर्पक में था।

वर्तमान में तिहाड़ जेल में बंद आतंकी कटकी और डॉक्टर इश्तियाक को लेकर भी सुरक्षा एजेंसियां अभी-भी जांच कर रही हैं। साल 2010 के बाद डॉक्टर अब्दुल रहमान कटकी ने झारखंड के जमशेदपुर, रांची, लोहरदगा, हजारीबाग समेत कई शहरों का दौरा किया था।

इन शहरों में तकरीर के जरिए वह लोगों को प्रभावित करता था, इसके बाद रेडिक्लाइज कर उसने सैकड़ों लोगों को स्लीपर सेल से जोड़ता था। कटकी की गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ था कि झारखंड के कई बच्चों को वह कटक भी ले गया था, जहां तकरीर के बहाने आतंक के लिए उकसाया जाता था।

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