रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी धंधा करने वाले शातिर चढ़े पटना पुलिस के हत्थे
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 9, 2022 10:43 PM2022-03-09T22:43:17+5:302022-03-09T22:48:19+5:30
पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ने बताया कि शातिर ठगों का यह गिरोह ऑनलाइन परीक्षा सेंटर के जरिये फर्जी तरीके से रेलवे सहित कई सरकारी विभागों में नौकरी लगाने की जालसाजी का धंधा करता था।
पटना: रेलवे में नौकर दिलवाने के बहाने फर्जी ऑनलाइन एग्जाम सेंटर पर पटना पुलिस ने छापा मारा है। इस छापेमारी में गिरोह के चार सदस्यों को भी पुलिस ने मौके से गिरफ्तार किया है।
मामले की जानकारी देते हुए पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ने बुधवार को बताया कि शातिर ठगों का यह गिरोह ऑनलाइन परीक्षा सेंटर के जरिये फर्जी तरीके से रेलवे सहित कई सरकारी विभागों में नौकरी लगाने की जालसाजी का धंधा करता था।
एसएसपी पटना ने बताया कि पुलिस को बीते कई दिनों से मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी कि दानापुर में रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगों का एक गिरोह सक्रिय है।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी पटना ने फौरन एएसपी दानापुर के नेतृत्व में एक टीम गठित कर बताये गये ठिकाने पर चापेमारी का आदेश दिया। जिसके बाद दानापुर थाने की फोर्स के साथ-साथ रूपसपुर थाना, कंकड़बाग थाना और रामकृष्णानगर थाने की फोर्स ने दानापुर के आरकेपुरम सांई कॉलोनी स्थित किराये के एक मकान में छापेमारी की।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने वहां से चार संदिग्धों को हिरासत में लिया और वहां पड़े तमाम सामान को सील कर दिया। पुलिस को छापेमारी में लगभग 70 छात्रों के ऑरिजिनल एजुकेशनल सर्टिफिकेट मिले हैं। पकड़े गये आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वो ऑनलाइन ठगी गिरोह के सदस्य हैं।
इस मामले में पुलिस ने जानकारी दी है कि ऑनलाइन ठगी का सरगना नालंदा के मंडाछ थाना का रहने वाला अश्विनी सौरभ है, पटना के बुद्धा डेंटल स्थित गांधीनगर में रहता है।
एसएसपी मानवजीत सिंह ने बताया कि अश्विनी सौरभ ने ठगी के लिए मुजफ्फरपुर के रामदयालु चौक पर अपना ऑनलाइन सेंटर खोल रखा था। इतना ही नहीं मुख्य आरोपी अश्विनी सौरभ का पटना में तीन ऑनलाइन सेंटर है।
जानकारी के मुताबिक मुख्य आरोपी अश्विनी सौरभ अपने मुजफ्फरपुर सेंटर पर एक साथ 270 कैंडिडेट्स को परीक्षा दिलवाता था। अपने सेंटर को अप्रूव कराने के लिए गिरोह सिटी हेड को पैसा देकर मैनेज कर लेते थे।