पटना: बिहार में बेखौफ हुए अपराधियों ने घर में सो रहे कारोबारी की मां और बेटे को मौत के घाट उतार दिया। इस दोहरे हत्याकांड से दरभंगा में सनसनी फैल गई। घटना जिले के बहेड़ी थाना क्षेत्र के सोनवा गांव में शनिवार की रात घटी, जहां अपराधियों ने नुकीले हथियार से सिर और शरीर में जगह-जगह घोंपकर दादी-पोते को मार डाला।
इस घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस छानबीन में जुट गई है। मृतक की पहचान दिलीप सिंह की मां तारा देवी (75) और पुत्र आदर्श कुमार सिंह (15) के रूप में हुई। घटना के पीछे भूमि विवाद बताया जा रहा है। दिलीप सिंह ईंट-भठ्ठा व्यवसायी हैं। पघारी चौर में उनकी चिमनी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की सुबह दिलीप सिंह के छोटे भाई तेज नारायण सिंह बथान से घर लौटे और दरवाजा खुलवाने की कोशिश की तो अंदर से कोई आवाज नहीं आई। काफी आवाज देने के बाद भी किसी ने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद आसपास के लोग जमा हो गए। इस दौरान गांव का ही एक युवक किसी तरह से घर के अंदर घुसा और दरवाजा खोला तो दादी-पोते का खून से सना शव देखकर सभी दंग रह गए।
दोनों दादी-पोते के सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में गहरे जख्म के निशान पाए गए हैं। इस घटना के बाद कोहराम मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने पड़ोस के फूलो सिंह के बेटे कंचन सिंह को हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ की जा रही है। मौके पर बिरौल एसडीपीओ मनीष चंद्र चौधरी, इंस्पेक्टर पवन कुमार और बहेड़ी थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार झा पहुंचकर छानबीन में जुटे हैं। वहीं, श्वान दस्ते को भी बुलाया गया है।
बताया जा रहा है कि सोनवा गांव निवासी तेजनारायण सिंह के बेटे दिलीप सिंह गांव में रहकर ईंट भठ्ठा का व्यवसाय करते हैं। जबकि छोटे पुत्र रामलला सिंह दरभंगा के हाउसिंग कालोनी में सपरिवार रहते हैं और वहीं पर तंबाकू का थोक कारोबार करते हैं। शनिवार की शाम दिलीप सिंह अपनी पत्नी मणिमाला देवी के साथ समस्तीपुर जिले के वारिसनगर थाना क्षेत्र के रोहुआ स्थित ननिहाल चले गए। वे अपनी बीमार मामी से मिलने गए थे। वहीं, उनके छोटे भाई तेज नारायण सिंह रात में खाना खाकर करीब दो सौ मीटर की दूरी पर बने बथान (मवेशी घर) पर सोने के लिए चले गए। अपराधियों ने देर रात के पीछे से चाहरदिवारी फांदकर घर में गए और नुकीले धारदार हथियार से दादी-पोते के सिर और शरीर के अन्य हिस्सों पर हमला कर दोनों को मार डाला।