लखनऊः उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में कथित रूप से सामूहिक बलात्कार और गला दबाए जाने की घटना की शिकार हुई 19 वर्षीय दलित लड़की की मौत मामले को लेकर देश में रोष व्याप्त है। इस बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से गैंगरेप पीड़िता के परिवार से बातचीत की है।
योगी सरकार ने गैंगरेप पीड़िता के परिजनों को 25 लाख रुपये के मुआवजा देने का ऐलान किया है। इसके अलावा परिजनों को घर और सरकारी नौकरी भी देने का वादा किया है। वहीं, मानवाधिकार आयोग ने यूपी के डीजीपी और चीफ सेक्रटरी को नोटिस भेजा है।
दरअसल, हाथरस मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया। एसआईटी को सात दिन में रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में किए जाने के निर्देश दिए।
हाथरस के पुलिस अधीक्षक विक्रांत सिह ने बताया कि लड़की का अंतिम संस्कार बीती रात दो बजे परिजनों की सहमति से पुलिस बल की मौजूदगी में किया गया। हालांकि लड़की के परिजनों का आरोप है कि अंतिम संस्कार के लिये उनकी सहमति नही ली गई। लड़की के भाई ने कहा कि 'पुलिस जबदरदस्ती शव को ले गयी।'
गौरतलब है कि गत 14 सितंबर को प्रदेश के हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 19 साल की एक दलित लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक विक्रांतवीर के मुताबिक, लड़की ने अपने साथ बलात्कार की वारदात के बारे में पुलिस को पहले कुछ नहीं बताया था मगर बाद में मजिस्ट्रेट को दिए गए बयान में उसने आरोप लगाया कि संदीप, रामू, लव कुश और रवि नामक युवकों ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया था। विरोध करने पर जान से मारने की कोशिश करते हुए उसका गला दबाया था। चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।