दिल्ली के वसंतकुंज के किशनगढ़ में हुए ट्रिपल मर्डर केस में एक चौका देने वाला खुलासा हुआ है। बुधवार को एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या मामले में पुलिस ने 19 साल के बेटे सूरज को गिरफ्तार कर लिया है।
खबरों कि मानें तो बुधवार सुबह लगभग 5 बजे पुलिस को घटना की जानकारी मिली। पुलिस ने बताया कि जब पड़ोसियों ने उनके अपार्टमेंट का दरवाजा खुला देखा तो उन्होंने अंदर जाकर चेक किया। तब उन्हें वहां मिथिलेश कुमार, उनकी पत्नी सिया और बेटी नेहा की लाश जमीन पर पड़ी हुई मिली, जबकि उनका बेटा सूरज बेडरूम के दरवाजे के पास घायल पड़ा मिला।
सूरज ने पुलिस को सुनाई चोरी की मनगढ़त कहानी
पूछताछ के दौरान सूरज ने पुलिस को बताया कि दो लोग उसके घर में लूट करने के इरादे से घुसे और हत्या कर के भाग गए। लेकिन जांच के दौरान पुलिस पाया कि घर से कोई भी कीमती चीज गायब नहीं है। तब पुलिस को सूरज पर थोड़ा शक हुआ। इसके साथ ही जांच के दौरान पता चला कि घर का दरवाजा अंदर से बंद था, जिसे बाद में सूरज ने अंदर से पड़ोसी को चाभी देकर खुलवाया। जिसके बाद पुलिस ने सूरज पूछताछ शुरू कर दी।
ऐसे दिया घटना को अंजाम
सूरज ने बताया कि मंगलवार (9 अक्टूबर) शाम सूरज ने मार्केट से दो सौ रुपयों में एक बड़ा चाकू और एक कैंची खरीदी। इसके बाद उसने घर में सबके सोने का इंतजार किया। जब सब सो गए तब सूरज ने सबसे पहले अपने पिता पर हमला चाकू से किया। इसके बाद बगल में सोई मां पर चाकू से वार किया। तभी अचानक सूरज को को अपनी बहन की आवाज सुनाई दी तब उसने अपनी बहन की भी हत्या कर दी।
इसके बाद सूरज ने बाथरूम में जाकर चाकू साफ किया और बेड के नीचे फेंक दिया और घर का सामान बिखेरकर शोर मचाकर पड़ोसियों को बताया।
इस वजह से कर दी हत्या
सूरज ने बताया कि उसके माता-पिता हमेशा उस पर नजर रखते थे। उसे घर से बाहर ज्यादा जाने नहीं देते थे। यहां तक कि उसे अपने दोस्तों से भी मिलने नहीं दिया जा सकता था। दरअसल, सूरज बारहवीं में फेल हो गया था, तभी से परिवार के लोग उस पर सख्ती करने लगे थे।
जांच के दौरान पुलिस को यह भी पता चला कि इससे पहले सूरज घर से भाग भी चुका था और बाद में उसने खुद ही अपने घर फोन करके अपनी किडनैपिंग की झूठी कहानी बनाई थी। इसके बाद से सूरज के घरवाले उसे घर से बाहर नहीं जाने देते थे।