नई दिल्ली, 17 मार्च; राजधानी दिल्ली में एक मां ने अपने दो मासूम बेटों को वर्षों से घर में ही बंधक बना कर रखा था। पड़ोसियों की शिकायत के बाद पुलिस ने बच्चों को 16 मार्च को छुड़ा लिया है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक आरोपी महिला अपनी बुजुर्ग मां के साथ जनकपूरी में रहती थी। आरोपी महिला की उम्र 50 साल की है। उसकी पहचान वंदना मिश्रा के रूप में हुई है। उसके दोनों बेटों की उम्र 16 साल और 12 साल है।
आरोपी मां की मानसिक स्थिति सही नहीं
पुलिस के मुताबिक आरोपी मां की मानसिक स्थिति सही नहीं है। पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां फैसले के बाद कोर्ट ने महिला को मानसिक रोगियों के अस्पताल में इलाज के लिए भेज दिया है। फिलहाल पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।पुलिस ने यह भी बताया कि इतने सालों तक घर में कैद रहने के कारण दोनों मासूम बच्चों की दिमागी हालत भी खराब हो गई है। वह मंद बच्चों की तरह बर्ताव कर रहे हैं। पुलिस ने दोनों बच्चों को द्वारका के चिल्ड्रन होम में शिफ्ट कर दिया है।
आरोपी मां पेशे से डॉक्टर
पुलिस को जांच-पड़ताल में एक हैरानी वाली बात का पता चला है। पुलिस के मुताबिक आरोपी मां पेशे से डॉक्टर है। पुलिस को आस-पास के लोगों ने बताया कि वंदना मिश्रा तकरीबन 10 सालों से जनकपुरी के ए-1 ब्लॉक में रह रही थी। वंदना मिश्रा का पति भी पेशे से डॉक्टर है। लेकिन कुछ कारणों से उसका पति उससे अलग हो गया था।
तकरीबन पांच सालों तक आरोपी मां ने बच्चों को कैद रखा
पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि वंदना मिश्रा खुद भी घर से नहीं निकलती थी ना ही बच्चों को बाहर निकलने देती थी। तकरीबन पांच सालों से वंदना मिश्रा ऐसा कर रही थी। इतना ही नहीं वंदना मिश्रा अपने घर से राह चलते लोगों को गालियां देती थी और पत्थर भी मारती थी। वंदना मिश्रा की लोगों ने कई बार शिकायत की है। लेकिन पुलिस इस बात को नजरअंदाज कर रही थी। आखिरकर पुलिस ने दबाव के बाद वंदना मिश्रा के घर में तलाशी की और दोनों बच्चों को छुड़वाया।