छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिला में शिवकुमारी नाम की नर्स पर एक नवजात बच्चे का हाथ तोड़ने का आरोप लगा है। नवजात की उस घटना के बाद मौत हो गई है। पीड़ित परिवार वे लिखित शिकायत कर नर्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। जांच करने व नवजात की गर्भ में ही मौत होने के मामले में प्रतापपुर के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (BMO)राजेश श्रेष्ठ ने जांच शुरू कर दी है। राजेश श्रेष्ठ ने बताया है कि मुझे इसकी लिखित शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मिली है। हम दोनों पक्षों से पूछताछ कर रहे हैं। जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पीड़िता के पति ने लिखित शिकायत में कहा है कि वह अपनी गर्भवती पत्नी लक्ष्मी के इलाज कराने के लिए प्रतापपुर अस्पताल आता था। उसी दौरान उसकी मुलाकात आरोपी नर्स से हुई थी। नर्स ने पति और लक्ष्मी को कहा है कि अस्पताल में इलाज कराना काफी महंगा पड़ेगा, वह महिला की डिलीवरी घर पर ही करा देगी। जिसके बाद लक्ष्मी का 9 महीने तक नर्स ने ही इलाज किया।
शिकायत के मुताबिक नर्स हर बार रूटीन चेकअप के फीस लेती थी। जब महिला को लेबर पेन हुआ तो पति नर्स के पास लेकर पहुंचा। लेकिन नर्स ने अतिरिक्त पैसे की मांग की। पैसे नहीं देने पर डिलीवरी के वक्त अस्पताल में नर्स ने नवजात का हाथ तोड़ दिया। डिलीवरी के वक्त नवजात का हाथ टूटकर बाहर आ चुका था। जब महिला दूसरे अस्पताल में जबतक पहुंची बच्चे की मौत हो चुकी थी।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि नर्स द्वारा जानबूझकर प्रसव में लापरवाही की गई है। पीड़िता ने जब बारे में नर्स को कहा तो नर्स ने कहा कि जो करना है कर लो उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है।