महिला ने 32 वर्षीय प्रेमी को करने दिया 15 वर्षीय बेटी का रेप, अब नाबालिग ने दिया बच्चे को जन्म
By अनुराग आनंद | Published: January 2, 2021 08:56 AM2021-01-02T08:56:05+5:302021-01-02T08:58:26+5:30
एक महिला ने कथित तौर पर अपने प्रेमी को चेन्नई व तमिलनाडु में अपनी 15 वर्षीय बेटी का जानबूझकर यौन उत्पीड़न करने दिया।
चेन्नई: चेन्नई से यौन शोषण का एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक 36 वर्षीय महिला ने कथित तौर पर अपने 32 वर्षीय बॉयफ्रेंड को कई मौकों पर अपनी 15 वर्षीय बेटी का बलात्कार करने दिया।
टाइम्स नाऊ की खबर मुताबिक, बुधवार को मामला सामने आते ही हरकत में आई मडिपक्कम की महिला पुलिस ने प्रेमी जोड़े को हिरासत में ले लिया है। आगे इस मामले में आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
महिला ने बेटी को यौन संबंध बनाने के दौरान 'सहयोग' करने के लिए कहा-
पुलिस ने कहा कि नंदिनी (बदला हुआ नाम), कुछ साल पहले अपने पति से अलग होने के बाद, शोलिंगनल्लूर के रहने वाले एक सेकर नाम के शख्स के साथ रिलेशनशिप में आई। यह शख्स पेशे से पेंटर है।
सेकर का आमतौर पर महिला के घर आना-जाना लगा रहता था। इस दौरान वह महिला की 15 साल की बड़ी बेटी का यौन शोषण करने लगा। जब लड़की ने अपनी मां के सामने उसके प्रेमी द्वारा किए जा रहे अत्याचार के बारे में सुनाया, तो उसने सेकर के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय अपनी नाबालिग बेटी को चुपचाप अपने प्रेमी सेकर के साथ यौन संबंध बनाने के दौरान "सहयोग" करने के लिए कहा।
महिला ने गर्भवती बेटी को भाई के घर छोड़ दिया-
बता दें कि महिला के प्रेमी द्वारा बार-बार किए जा रहे यौन शोषण की वजह से किशोरी का गर्भ ठहर गया। इसके बाद सितंबर में उसकी मां ने उसे उसके भाई के घर पर बिना बताए छोड़ दिया कि वह गर्भवती थी।
रिपोर्ट के अनुसार, लड़की ने अपने मामा को अपनी गर्भावस्था के बारे में बताया, जिसके बाद महिला से उसके भाई ने संपर्क करने का काफी प्रयास किया लेकिन संपर्क नही हो पाया। इसकी वजह से लड़की के मामा काफी परेशान हो गए। उन्होंने बाद में पुलिस से संपर्क करने का फैसला लिया।
पुनर्वास केंद्र में बच्ची का प्रसव हुआ-
लड़की के मामा ने मादीपक्कम की महिला पुलिस से संपर्क किया और इस मामले में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर नाबालिग के साथ हुए यौन अपराधों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम के प्रासंगिक आरोपों के तहत मामला दर्ज किया और आरोपी को गिरफ्तार करने के प्रयास शुरू किए।
इसके बाद पुलिस ने बच्ची को पुनर्वास केंद्र में स्थानांतरित कर दिया, जहां बच्ची ने अक्टूबर के महीने में एक बच्चे को जन्म दिया। पुलिस के प्रयासों के परिणामस्वरूप बुधवार (30 दिसंबर) को आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।